विश्व धरोहर घोषित डीएचआर की संपत्ति का संरक्षण करेगा यूनेस्को

विश्व धरोहरों में शुमार दार्जीलिंग हिमालयन रेलवे की संपत्ति के संरक्षण के लिए यूनेस्को ने दिलचस्पी दिखाई है। इसी महीने इस बाबत बैठक होनेवाली है।

By Rajesh PatelEdited By: Publish:Fri, 15 Feb 2019 09:44 AM (IST) Updated:Fri, 15 Feb 2019 09:44 AM (IST)
विश्व धरोहर घोषित डीएचआर की संपत्ति का संरक्षण करेगा यूनेस्को
विश्व धरोहर घोषित डीएचआर की संपत्ति का संरक्षण करेगा यूनेस्को
सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता]। यूनेस्को से वर्ल्ड हेरिटेज दर्जा प्राप्त विश्वप्रसिद्ध ट्वॉय ट्रेन के संरक्षण के लिए कंपरहेंसिव कंजरवेटिव मैनेजमेंट प्लान के तहत इस महीने के अंत में बैठक की जाएगी। इसमें रेलवे, यूनेस्को, स्थानीय प्रशासन, पर्यटन उद्योग से जुड़े संगठनों, गोरखालैंड टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रिेशन समेत अन्य स्टेक होल्डर शामिल होंगे। इसके बाद अगले महीने मार्च से डीएचआर की संपत्ति के संरक्षण के लिए यूनेस्को की ओर से काम शुरू कर दिया जाएगा। उक्त जानकारी एनएफ रेलवे कटिहार डिवीजन के डीआरएम चंद्र प्रकाश गुप्ता व एडीआरएम पार्थ प्रतिम रॉय ने दी।
    एनजेपी में दोनों अधिकारियों ने संवाददाताओं से कहाकि डीएचआर के संरक्षण को लेकर यूनेस्को के साथ समझौता हुआ है। इसको लेकर यूनेस्को द्वारा सर्वे का कार्य भी पूरा कर लिया गया है। डीएचआर की लोकप्रियता बढ़ाने के लिए ट्वॉय ट्रेनों में नई-नई सुविधाएं शुरू की जा रही हैं। घूम स्टेशन पर वाई-फाई की सुविधा शुरू की गई है। ट्वॉय ट्रेन में दो एसी कोच, एक डायनिंग कार कोच, विस्टॉडम कोच सर्विस में है। जबकि चार एसी, दो विस्टाडम व एक डायनिंग कार कोच तैयार कराए जा रहे हैं।
   उन्होंने बताया कि डीएचआर के तहत कुल 13 स्टीम लोकोमोटिव है, जिनमें आठ सर्विस में हैं। दो की मरम्मत का काम चल रहा है। जून-जुलाई तक सभी कोचों की मरम्मत करा दी जाएगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि मार्च से पर्यटन सीजन शुरू होने के साथ ही सिलीगुड़ी जंक्शन से रंगटंग तक शुरू की गई इवनिंग सफारी सेवा के प्रति भी पर्यटकों का रुझान बढ़ेगा।  
chat bot
आपका साथी