कालिम्पोंग जिले के वन क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों से मिले दो हाथियों के शव
कालिम्पोंग जिले के वन क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों को एक नर व एक मादा, दो हाथियों के शव मिले हैं। हालांकि इनकी मौत को स्वाभाविक माना जा रहा है।
सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता]। कालिम्पोंग जिले के जंगल में दो स्थानों से एक नर व एक मादा, दो हाथियों के शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। हालांकि नर हाथी के दांत सुरक्षित हैं, इसलिए इनकी हत्या की आशंका नहीं जताई जा रही है। इसे स्वाभाविक मौत माना जा रहा है। एक हाथी का शव चेल रेंज के चुरंती वनांचल के 3 नंबर कम्पार्टमेंट में मिला।
इस पूर्ण वयस्क नर हाथी के दांत सुरक्षित मिले। चेल रेंज के रेंजर बीपी सुब्बा ने कहा कि दांत सुरक्षित होने के कारण प्राथमिक तौर पर इसे स्वाभाविक मौत माना जा रहा है। मौत काफी दिनों पहले हुई है, जिससे शव में सड़न शुरू हो गई है। शनिवार को गश्त के दौरान वनकर्मियों की नजर हाथी के शव पर पड़ी।
उधर, नेवरा रेंज की सकाम बीट के एक नंबर कंपार्टमेंट में एक पूर्ण वयस्क मादा हाथी का शव वनकर्मियों ने बरामद किया। नियमित गश्त के समय वनकर्मियों ने मादा हाथी का शव देखा। वन विभाग सूत्रों का कहना है कि यह भी सामान्य मौत है।
पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पायेगा। पर्यावरण प्रेमियों ने कहा कि इतनी देर से शवों का पता चलना बताता है कि वन विभाग ठीक से निगरानी नहीं कर रहा है।
इस पूर्ण वयस्क नर हाथी के दांत सुरक्षित मिले। चेल रेंज के रेंजर बीपी सुब्बा ने कहा कि दांत सुरक्षित होने के कारण प्राथमिक तौर पर इसे स्वाभाविक मौत माना जा रहा है। मौत काफी दिनों पहले हुई है, जिससे शव में सड़न शुरू हो गई है। शनिवार को गश्त के दौरान वनकर्मियों की नजर हाथी के शव पर पड़ी।
उधर, नेवरा रेंज की सकाम बीट के एक नंबर कंपार्टमेंट में एक पूर्ण वयस्क मादा हाथी का शव वनकर्मियों ने बरामद किया। नियमित गश्त के समय वनकर्मियों ने मादा हाथी का शव देखा। वन विभाग सूत्रों का कहना है कि यह भी सामान्य मौत है।
पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पायेगा। पर्यावरण प्रेमियों ने कहा कि इतनी देर से शवों का पता चलना बताता है कि वन विभाग ठीक से निगरानी नहीं कर रहा है।