भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है:सोलंकी

-सबका राम सबमें राम के साथ निधि संग्रह का शुभारंभ -उत्तर बंगाल प्रांत के 10500 गांवों म

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 12:34 PM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 06:11 PM (IST)
भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है:सोलंकी
भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है:सोलंकी

बड़ा आयोजन

-श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए निधि संग्रह अभियान शुरू

-उत्तर बंगाल में 10 हजार 500 गांवों तक पहुंचने का लक्ष्य

-शहर में 11 स्थानों पर विशेष कार्यक्रम आयोजित

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : भारत विश्वगुरु बनने की ओर अग्रसर है। देश अपनी संस्कृति और विरासत को लेकर एक बार फिर से विश्व को पथ दिखाने को आतुर है। यह कहना है बजरंग दल के अखिल भारतीय संयोजक सोहन सिंह सोलंकी का। वे शुक्रवार को सिलीगुड़ी में उत्तर बंगाल प्रांत से अयोध्या में बनने वाले भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए धन संचय अभियान का शुभारंभ करने के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे। शहर के अग्रसेन रोड वार्ड नौ स्थित बालाजी घाटा मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में उनके साथ संघ के सह क्षेत्रीय प्रमुख रमापद पाल, विभाग प्रचारक नरेन बेरा, विहिप के प्रांत संगठन मंत्री अनूप मंडल, प्रांत संयोजक लक्ष्मण बंसल, सह संयोजक बादल दास, जिला सचिव राकेश अग्रवाल, सुशील रामपुरिया, संघ के सिलीगुड़ी विभाग संघ चालक कुलक्षेत्र अग्रवाल मौजूद थे। इसी मंच से समाज के प्रबुद्ध लोगों में गंगाधर नकीपुरिया, डाक्टर अमिताभ मिश्रा, आर के अग्रवाल, भगवान दास गोयल, सचिव बालकृष्ण अग्रवाल, विजय धनोटीवाला आदि को सम्मानित किया गया। सोलंकी ने सम्मान समारोह के बाद अपनी बातों को आगे बढ़ाते हुए कहा कि हिदू समाज को जातिवाद के नाम तोड़ने की कोशिश हो रही है। समाज में हिदूओं के सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृतिक आस्थाओं पर निरंतर प्रहार होता रहा है। उन्होंने कहा कि भारत के गौरवशाली इतिहास से सदैव दूर रखने की कोशिश की गयी। आज समय आ गया है जब हम अपने आराध्य देव श्रीराम से जुड़ जाएंगे। उन्होंने कहा कि द्वारिका धाम से जगन्नाथपुरी एंव रामेश्वर धाम से बद्रीनाथ धाम तक के सभी प्राणी एक हैं। आतंक फैलाकर हमारी संस्कृति को नष्ट करने की कोशिश होती रही है। भारतीय संस्कृति को निर्मुल नष्ट करने के लिए ही राम मंदिर को तोड़ा गया। राम मंदिर निर्माण निधि संग्रह में मात्र 14 दिन देना है। इसके लिए प्रत्येक हिदू समाज को निकालना होगा। इसके सहारे ही श्रीराम मंदिर निर्माण से राष्ट्र निर्माण की ओर आगे बढ़ सकते है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार से 31 जनवरी तक एक ही मंत्र होगा सबका राम, सबमें राम। उत्तर बंगाल प्रांत में सिक्किम प्रांत भी शामिल है। इसके 10 हजार पांच सौ गांव में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ स्थल के लिए धन संग्रह किया जाएगा। इसमें 50 हजार से ज्यादा टोलियों को जनसंपर्क अभियान पर निकाला जा रहा है।

पूरे देश में 65 करोड़ लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य

उन्होंने कहा कि पूरे देश के 55 लाख गांवों में 65 करोड़ लोगों तक विहिप व संघ के कार्यकर्ता पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए देश में कई ऐसे दाता है कि वे अपने पैसे से मंदिर निर्माण करना चाहते है। लेकिन हम चाहते हैं कि मंदिर निर्माण में देश का एक-एक व्यक्ति शमिल हो। उन्हें यह महसूस हो कि उनके पैसे से ही मंदिर का निर्माण हुआ है। इसके लिए विश्व हिदू परिषद ने प्रति व्यक्ति न्यूनतम दस रुपये व प्रति परिवार एक सौ रुपये की सहायता राशि एकत्र करने का लक्ष्य रखा है। इस अभियान को सुचारू रूप से संचालित करने की सागठनिक योजना बन चुकी है। टोलियों का निर्माण किया गया है। मंदिर की क्या होगी विशेषताएं

इसके दौरान दान दाताओं को एक फोल्डर दिया जाएगा। जिसमें राम मंदिर मॉडल का चित्र और उसके साथ ही मंदिर का आकार-प्रकार भी दिया जाएगा। इसमें मंदिर की मुख्य विशेषताएं बतायी जाएगी। मंदिर कुल क्षेत्रफल 2.7 एकड़, मंदिर निíमत क्षेत्र 54,400 वर्ग फुट, कुल लंबाई 360 फुट, कुल चौड़ाई 235 फुट, शिखर सहित कुल ऊंचाई 161 फुट, कुल तल तीन, भूतल के स्तम्भों की संख्या 160, प्रथम तल के स्तम्भों की संख्या 132 व द्वितीय तल में स्तम्भों की संख्या 74 बताई जाएगी। मंदिर परिसर में क्या क्या सुविधाएं दी जाएगी इसकी भी जानकारी होगी। इसे स्थानीय मातृभाषा यानि हिदी के अलावा, नेपाली, बांग्ला में दिया जाएगा। मंदिर 2024 में बनकर तैयार होगा।

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