श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर राज्यभर में 700 जगहों से निकलेंगी रथयात्राएं

रामनवमी के बाद अब श्रीकृष्ण जन्माष्टमी। भाजपा ने बंगाल में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाने का निर्णय किया है।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Wed, 11 Jul 2018 10:37 AM (IST) Updated:Wed, 11 Jul 2018 03:59 PM (IST)
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर राज्यभर में 700 जगहों से निकलेंगी रथयात्राएं
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर राज्यभर में 700 जगहों से निकलेंगी रथयात्राएं

कोलकाता, जागरण संवाददाता। रामनवमी के बाद अब श्रीकृष्ण जन्माष्टमी। भाजपा ने बंगाल में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाने का निर्णय किया है। मूल रूप से विश्र्व हिंदू परिषद की ओर से जन्माष्टमी उत्सव का आयोजन किया गया जाएगा जिसमें भाजपा भी शामिल होगी।

विहिप के अनुसार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर उसकी ओर से राज्यभर में 700 जगहों से रथयात्राएं निकाली जाएंगी। जन्माष्टमी उत्सव आयोजन का दायित्व मुख्य रूप से विहिप के युवा मोर्चा एवं बजरंग दल को दिया गया है। कार्यक्रमों के दौरान सुरक्षा का दायित्व भी बजरंग दल पर है। उसमें विहिप की महिला शाखा दुर्गा वाहिनी सहयोग करेगी।

इसके लिए वाहिनी ने बंडेल में प्रशिक्षण भी शुरू कर दिया है। बताया गया है कि 2 सितंबर को जन्माष्टमी उत्सव के दौरान आयोजित होने वाली प्रत्येक सभा में दुर्गा वाहिनी की 10-12 स्वेच्छासेवी सुरक्षा के लिए तैनात रहेंगी। प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि पार्टी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव में शामिल होगी। यदि सरकार इसमें बाधा देगी तो उसका जवाब दिया जाएगा।

गौर हो कि भाजपा ने रामनवमी में भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया था। उसी तरह श्रीकृष्ण जन्माष्टमी में भी उसके नेता व कार्यकर्ता शामिल होंगे। भाजपा के रवैए पर कांग्रेस और वाममोर्च ने कटाक्ष किया है। प्रदेश कांग्रेस की ओर से अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि राज्य में धर्म को लेकर राजनीति की जा रही है।

वाममोर्चा नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा है कि राज्य में धर्म के नाम पर लोगों को बांटने की कोशिश चल रही है। तृणमूल कांग्रेस की ओर से राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने भाजपा पर लक्ष्य करते हुए कहा कि तलवार हाथ में लेने के बाद अब वे लोग बांसुरी बजाएंगे।

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