दरिंदो को मिलनी ही चाहिए फांसी

-सिलीगुड़ी की महिलाओं ने भी कोर्ट के फैसले का किया स्वागत -सात साल के बाद आखिरकार मि

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Jan 2020 07:56 PM (IST) Updated:Tue, 07 Jan 2020 07:56 PM (IST)
दरिंदो को मिलनी ही चाहिए फांसी
दरिंदो को मिलनी ही चाहिए फांसी

-सिलीगुड़ी की महिलाओं ने भी कोर्ट के फैसले का किया स्वागत

-सात साल के बाद आखिरकार मिला निर्भया को इंसाफ

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : निर्भया कांड के दोषियों को फांसी की सजा दे दी गई। 22 जनवरी को चारों दोषियों को फांसी दी जाएगी। लगभग सात साल तक मुकदमा चलने के बाद यह फैसला आया है। पूरे देश में अदालत के इस फैसले का स्वागत हो रहा है। निर्भया को न्याय मिलने से खाक कर महिलाओं में काफी खुशी है। सिलीगुड़ी की महिलाओं ने भी कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। हमने इस मुद्दे पर समाज में विभिन्न महिलाओं से उनकी राय जानी। यहां प्रस्तुत है उनकी राय। ऐसा होना ही चाहिए था। बल्कि यह फैसला तो और भी जल्दी आना चाहिए था। दोषियों को ऐसी सजा दी जाती है तो लोगों में डर पनपेगा। अपराधी इस प्रकार का संगीन जुर्म करने से पहले एक बार अवश्य सोचेंगे। अक्सर फैसला आते-आते देर हो जाती है। ऐसे में अपराधी का मनोबल बढ़ जाता है।

- विक्टोरिया रहमान कोर्ट के इस फैसले से सिर्फ निर्भया को नहीं,बल्कि संपूर्ण नारी जाति को न्याय मिला है। दोषियों को फांसी से इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देने वालों को एक बड़ा संदेश गया है। ऐसा अपराध करने की सोचकर ही उन्हें घबराहट होगी। कोर्ट की तरफ से बिल्कुल सही फैसला आया है।

- मधु खेमानी

कोर्ट से जो भी फैसला आया है उसका हम तहेदिल से प्रशंसा करते हैं। इस फैसले से महिलाओं के प्रति अपराध में कमी आएगी। हालांकि फैसला आने में देरी हो गई है। चारों दोषियों को फांसी की सजा दी गई है। यह खबर मिलते ही दिल को काफी प्रसन्नता मिली है।

- मनीषा अग्रवाल सात साल के बाद निर्भया को न्याय मिला है। दोषियों को जैसे ही फांसी देने की तिथि तय हो गई,खबर सुनकर काफी खुशी हुई। कोर्ट के इस फैसले से अपराधियों में डर पैदा होगा। इस प्रकार का अपराध करने से पहले सौ बार सोचेंगे। दुष्कर्म के अन्य मामलों की भी जल्द सुनवाई कर दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। इसके लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन होना चाहिए।

-लक्ष्मी लिंबु कौशल

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