ममता ने कहा -धन मैं दूंगी, जीटीए व विभिन्न बोर्ड मिलकर करें काम

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में शांति कायम रहने की जरुरत बताते हुए पर्यटन के विकास पर जोर दिया है।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Wed, 30 May 2018 02:25 PM (IST) Updated:Wed, 30 May 2018 02:25 PM (IST)
ममता ने कहा -धन मैं दूंगी, जीटीए व विभिन्न बोर्ड मिलकर करें काम
ममता ने कहा -धन मैं दूंगी, जीटीए व विभिन्न बोर्ड मिलकर करें काम

कलिंपोंग, संवाद सूत्र। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र में शांति कायम रहने की जरुरत बताते हुए पर्यटन के विकास पर जोर दिया है। मंगलवार को डा. ग्राहम्स होम ग्राउंड में प्रशासनिक बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा-'हम यहां शांति चाहते हैं। शांति होने पर लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलती है। मैं चाहती हूं कि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक यहां आएं। मैं धन दूंगी। गोरखालैंड टेरिटोरियल एडमिनस्टि्रेशन (जीटीए) और पहाड़ के विभिन्न बोर्ड मिलकर काम करें।

बोडरें को विकास कार्यों के लिए फिर 96 करोड़ रुपये दे रही हूं। अब तक जिन लोगों के हाथों में यहां की सत्ता थी, उन्होंने विकास कार्यों से मुंह फेर लिया था।' ममता ने थामी जाति के लिए नया विकास बोर्ड गठित करने की घोषणा करने के साथ ही पहाड़वासियों के लिए 14 नई परियोजनाओं की आधारशिला रखी। आठ परियोजनाओं का उन्होंने उद्घाटन भी किया।

मुख्यमंत्री ने कहा-' मैं पहाड़ पर आती रही हूं। पिछले आठ महीने पहाड़ पर दिक्कत के कारण नहीं आईं। उस दौरान पहाड़ पर जो कुछ हुआ, उसे भूलकर पहाड़वासी आगे बढ़ें। हम दार्जिलिंग के साथ कलिंपोंग को भी पर्यटकों का हब बनाना चाहते हैं। यहां और पर्यटन स्थल, होम टूरिज्म एवं उद्योग होने चाहिए।

राज्य सरकार पहाड़ को शिक्षा का हब बनाने की दिशा में भी काम कर रही है। मंगूप में विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए भूमि तलाश ली गई है। जीटीए के नए प्रशासन को 705.58 करोड़ रुपये काम करने के लिए दिया गया है।

इससे पूर्व भी बोर्ड को 3,804 करोड़ रुपये दिए गए थे। इस तरह अब तक जीटीए को 4,509.75 करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं। सभी कायरें का ऑडिट भी जरूरी है। जनता की गाढ़ी कमाई बोर्ड को दी जाती है इसलिए यह सही तरीके से खर्च होनी चाहिए। 

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