Durga Puja 2019: पूजा पंडाल देगा बच्चों पर पढ़ाई का अतिरिक्त दबाव कम करने का संदेश

Durga Puja 2019 Puja 86वें वर्ष में प्रवेश कर चुकी इस पूजा कमेटी ने इस थीम का नाम ‘स्कूलेर बैग बड्डो भारी आमरा की आर बोइते पारी’ दिया है।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Tue, 01 Oct 2019 01:53 PM (IST) Updated:Tue, 01 Oct 2019 01:55 PM (IST)
Durga Puja 2019: पूजा पंडाल देगा बच्चों पर पढ़ाई का अतिरिक्त दबाव कम करने का संदेश
Durga Puja 2019: पूजा पंडाल देगा बच्चों पर पढ़ाई का अतिरिक्त दबाव कम करने का संदेश

हावड़ा, इम्तियाज अहमद अंसारी। जीवन में शिक्षा बेहद महत्वपूर्ण है। हर अभिभावक अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए उनकी शिक्षा पर विशेष जोर देते हैं। अच्छे से अच्छे स्कूल में दाखिला करवाते हैं लेकिन पढ़ाई के अत्यधिक दबाव का बच्चों की शारीरिक व मानसिक हालत पर क्या असर पड़ता है, इसे नजरंदाज कर जाते हैं। सलकिया जटाधारी पार्क पल्लीवासी वृंद कमेटी ने इसी गंभीर विषय को इस बार अपना पूजा थीम बनाया है, जिसके जरिए अभिभावकों व स्कूलों को यह संदेश दिया जाएगा कि बच्चों पर पढ़ाई का अतिरिक्त बोझ न डाला जाए।

इस दबाव को कैसे कम किया जा सकता है, यह भी दिलचस्प तरीके से दर्शाया जाएगा। 86वें वर्ष में प्रवेश कर चुकी इस पूजा कमेटी ने इस थीम का नाम ‘स्कूलेर बैग बड्डो भारी, आमरा की आर बोइते पारी’ दिया है।

उम्र से ज्यादा भारी स्कूल बैग का वजन:

पूजा कमेटी के कोषाध्यक्ष राजू सामंत ने बताया कि समय के साथ शिक्षा के प्रारूप में काफी बदलाव आया है। पारंपरिक शिक्षा की जगह आधुनिक शिक्षा पद्धति ने ले ली है। बच्चों पर पढ़ाई का मानसिक और शारीरिक दबाव कई गुना बढ़ गया है। बच्चों का बैग उनकी उम्र से कई गुना भारी हो चुका है। यह शारीरिक अत्याचार से कम नहीं है। बच्चों को स्कूल के साथ-साथ अभिभावकों के दबाव को भी झेलना पड़ता है। कक्षा में अव्वल आने का मानसिक दबाव बच्चों पर अभिभावकों द्वारा डाल दिया जाता है, जो ठीक नहीं है।

पूजा मंडप में दिखेगा क्लास रूम:

पूजा कमेटी के सचिव तापस घोष ने बताया कि पूजा मंडप के अंदर क्लास रूम दिखेगा। दीवारों पर विभिन्न मुद्रा में बच्चे नजर आएंगे। बांग्ला व अंग्रेजी भाषा की कविताएं भी दीवारों पर उकेरी गई हैं। मां दुर्गा की प्रतिमा भी अभिनव रूप में है। मां की प्रतिमा के सामने विशाल आकार वाली खुली पुस्तक है। पुस्तक के एक ओर पन्नों पर गणोश-लक्ष्मी, कार्तिकेय-सरस्वती को स्थान दिया गया है। वहीं दूसरी ओर महिषासुर की प्रतिमा है। विशाल आकार की खुली पुस्तक में स्थापित प्रतिमाओं के जरिए बच्चों के उत्साह व तनाव के उन विभिन्न पलों को दर्शाने की कोशिश की गई है।

घोष ने आगे कहा कि बीते तीन माह से पूजा मंडप की तैयारी चल रही है। आर्टिस्ट शांतनु दे बक्शी और सुदीप दे बक्शी मंडप को तैयार कर रहे हैं। मंडप के आंतरिक हिस्से को विशेष प्रकार की रोशनी की व्यवस्था की गई है। जटाधारी पार्क पल्लीवासी वृंद के प्रेसिडेंट खेल व युवा कल्याण मामलों के राज्यमंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला हैं। 

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