पर्व की खुशियां दीपों से पटाखों से नहीं

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: जैसा कि हम सब बचपन से ही देखते आ रहे हैं कि खुशियों से भरे पर्व दीपावली प

By Edited By: Publish:Tue, 21 Oct 2014 08:31 PM (IST) Updated:Tue, 21 Oct 2014 08:31 PM (IST)
पर्व की खुशियां दीपों से पटाखों से नहीं

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: जैसा कि हम सब बचपन से ही देखते आ रहे हैं कि खुशियों से भरे पर्व दीपावली पर खूब पटाखे छोड़े जाते हैं। पटाखों के बिना दीपावली का त्योहार मनाना कल्पना के बाहर है। पटाखे फोड़ने का दृश्य शहर में भी देखने को मिलता है। होड़ ही होड़ में लाखों के पटाखे फोड़ दिए जाते है। ऐसे में एक संस्था आगे आई जिसका नाम है नया बाजार व्यवसायी समिति। जो पटाखा रहित दीपवाली मनाने के लिए प्रेरित करती है। जो ग्यारह वर्ष से प्रदूषण मुक्त दीपावली मनाती आ रही है। प्रदूषण मुक्त दीपावली मनाने का आह्वान करती है। कहती है कि पर्व की खुशियां दीपों से मनाए पटाखों से नहीं। इस अवसर पर बाजार इतनी खूबसूरती के साथ सजाया जाता है कि आंखों को विश्वास ही नहीं होता है कि ये वो ही बाजार है जहां हम प्रतिदिन खरीदारी करने पहुंचते हैं। बाजार के रास्तों पर कालीन बिछाया जाता है। हरे-भरे पौधे इस त्योहार के साक्षी बनते हैं। पटाखों का कोई शोर नहीं। बड़े हो या छोटे सभी दीपावली की रौनक बेफ्रिक देखने को निकलते हैं। समिति की ओर से जानकारी देते हुए प्रवीण झंवर, गौरीशंकर गोयल, सुनील अग्रवाल, प्रणत पाल, बाबूलाल अग्रवान ने बताया कि खुशियों से भरे पर्व दीपावली पर पटाखे फोड़ने की होड़ लगती है। पर्यावरण प्रदूषण फैलता है। ऐसे में नया बाजार व्यवसायी समिति ने प्रदूषण मुक्त दीपावली मनाने का आह्वान किया। प्रदूषण मुक्त दीपावली मनाई जाने लगी है।

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