अब प्यासे को मौत का घूंट पिलाएगी टंकी

जागरण संवाददाता दुर्गापुर कई बार राज्य के विभिन्न इलाकों में जर्जर पानी टंकी के गिरन

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 12:56 AM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 12:56 AM (IST)
अब प्यासे को मौत का घूंट पिलाएगी टंकी
अब प्यासे को मौत का घूंट पिलाएगी टंकी

जागरण संवाददाता, दुर्गापुर : कई बार राज्य के विभिन्न इलाकों में जर्जर पानी टंकी के गिरने की घटना सामने आयी है। इसके बावजूद भी दुर्गापुर नगर निगम सतर्क नहीं हुआ है। दुर्गापुर शहर के बस्ती क्षेत्र में स्थित दो पानी टंकी हालत जर्जर है। जहां कभी भी हादसा की संभावना बनी हुई है। जिसकी मरम्मत के लिए अब तक प्रशासन की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया है। हालांकि नगर निगम इन दोनों टंकी को तोड़कर नया टंकी तैयार करने का योजना तैयार किया है। जिसकी डीपीआर रिपोर्ट भी कोलकाता नगर विकास मंत्रालय को भेजा गया है।

शहर के बेनाचिति शालबगान इलाके में दो पानी टंकी है। जहां से सीमेंट का प्लास्टर टूट कर गिर रहा है। टंकी के खंभों में भी दरार पड़ रहा है। ऐसे में टंकी को पानी का बोझ बर्दाश्त करने में परेशानी होगी एवं कभी भी दुर्घटना हो सकती है। अगर पानी रहते कोई घटना हाती है तो यहां काफी नुकसान होगा। क्योंकि यह टंकी बस्ती इलाके में स्थित है। इलाका निवासी जितेंद्र, संदीप चक्रवर्ती आदि ने कहा कि वर्षों से इस टंकी की हालत ऐसी है। किसी का ध्यान इस ओर नहीं है। अगर यह टंकी गिरती है तो इलाके में पानी की आपूर्ति भी पूरी तरह प्रभावित होगी।

बेनाचिति के शालबगान इलाके में यह पानी टंकी कई दशक पुराना है। दुर्गापुर नगर निगम का गठन वर्ष 1997 में हुआ था। उसके पहले यह क्षेत्र नोटिफाइड इलाका था। उस समय ही यहां दो पानी टंकी का निर्माण किया गया। इतना समय बीत जाने के बावजूद भी इसकी मरम्मत का कोई काम अब तक नहीं हुआ है।

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बेनाचिति व भिरंगी में होती है पानी की आपूर्ति :

शालबगान के इस दोनों टंकी से बेनाचिति एवं भिरंगी इलाके में पानी की आपूर्ति होती है। इस क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक वार्ड के लोग निर्भर है। पानी की टंकी अगर गिर जाती है तो काफी संख्या में जनता प्रभावित होगी एवं पानी का संकट उत्पन्न हो जाएगा।

--------------------------------- पानी टंकी की मरम्मत करना संभव नहीं है, इस कारण उन्हें तोड़कर नया टंकी बनाने की योजना बनी है। जिसके लिए एक डीपीआर रिपोर्ट तैयार कर नगर विकास मंत्रालय को भेजा गया है। वहां से अनुमति मिलते ही काम शुरु होगा।

दिलीप अगस्ती, मेयर, दुर्गापुर नगर निगम

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