काम से हटाए गए कर्मी भूख हड़ताल पर

ईसीएल के सातग्राम एरिया की न्यू सातग्राम कोलियरी से वर्ष 1974 में कार्य से हटाए गए 219 श्रमिकों में से दो दर्जन लोग मुआवजे की मांग पर शुक्रवार को पतंजलि के बैनर तले रामेश्वर सोनार के नेतृत्व में सातग्राम स्थित दुर्गामंदिर के प्रांगण में क्रमिक अनशन पर बैठ गए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 02 Aug 2019 11:37 PM (IST) Updated:Mon, 05 Aug 2019 06:45 AM (IST)
काम से हटाए गए कर्मी भूख हड़ताल पर
काम से हटाए गए कर्मी भूख हड़ताल पर

जेकेनगर :ईसीएल के सातग्राम एरिया की न्यू सातग्राम कोलियरी से वर्ष 1974 में कार्य से हटाए गए 219 श्रमिकों में से दो दर्जन लोग मुआवजे की मांग पर शुक्रवार को पतंजलि के बैनर तले रामेश्वर सोनार के नेतृत्व में सातग्राम स्थित दुर्गामंदिर के प्रांगण में क्रमिक अनशन पर बैठ गए। अनशन पर बैठे लोगों का कहना है कि अगस्त 2018 में माननीय हाईकोर्ट के सिगल बेंच ने कोल इंडिया प्रबंधक को मानवीय आधार पर हटाए गए प्रत्येक कर्मी को 50 हजार राशि देने का आदेश दिया था। उस राशि को पाने के लिये ही यूपी- बिहार से आये लोगों में से छविनाथ यादव , राम सूरत यादव , मुनि बिन्द , हरि नारायण सिंह , रमेश चन्द्र तिवारी, उपेन्द्र सिंह , जय प्रकाश सिंह , विरेन्द्र सिंह , मदन प्रसाद सिन्हा ,नगेन्द्र मिश्रा , सुनील कुमार वर्मा , पीपी थावी, प्रशांत कुमार राय , गोरख सोनार , अवधेश कुमार महतो आदि क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे हैं। नका कहना है कि माननीय कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए कोल इंडिया अधिकारी मानवीय आधार पर अविलम्ब राशि की भुगतान कर दे। इनका यह भी कहना है कि वर्ष 1974 में न्यू सातग्राम कोलियरी से 219 श्रमिकों को अवैध बताकर उस समय के अधिकारी ने नौकरी से निकाल दिया था । उसी समय से वह लोग न्यायालय में केस लड़ रहे थे? हालांकि अधिकांश लोग स्वर्ग सिधार गए हैं। इस आंदोलन के संयोजक रामेश्वर सोनार का कहना है कि प्रबंधन को वर्ष 1974 से मुआवजा जोड़कर देना होगा। सातग्राम एरिया की एक अधिकारी ने बताया कि इन लोगों का कोई रिकॉर्ड नहीं है। इसलिए मामला काफी पेचीदा है। पतंजलि का बैनर लगाये जाने के संबंध में रामेश्वर प्रसाद सोनार ने कहा कि वह पतंजलि के बोगरा शाखा के संयेाजक है, चूंकि हम पतंजलि के लोगों ने ही इन श्रमिकों को शुरू से सहयोग किया और मामला को अंजाम तक पहुंचाया। इसलिए आज पतंजलि के बैनर तले हमलोग हड़ताल पर भी बैठे है।

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