ब‌र्द्धमान के पूर्व मंत्री ने चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जताई

ब‌र्द्धमान ब‌र्द्धमान दक्षिण विधानसभा के तृणमूल कांग्रेस (तृकां) विधायक सह पूर्व मंत्री डॉ. रविरंजन

By JagranEdited By: Publish:Wed, 10 Feb 2021 08:53 PM (IST) Updated:Wed, 10 Feb 2021 08:53 PM (IST)
ब‌र्द्धमान के पूर्व मंत्री ने चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जताई
ब‌र्द्धमान के पूर्व मंत्री ने चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जताई

ब‌र्द्धमान : ब‌र्द्धमान दक्षिण विधानसभा के तृणमूल कांग्रेस (तृकां) विधायक सह पूर्व मंत्री डॉ. रविरंजन चटर्जी ने इस बार चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जाहिर की है। इसको लेकर उन्होंने तृकां सुप्रीमो सह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र भी दिया है। बुधवार को उन्होंने ट्वीटर पर भी इसकी जानकारी दी। इसके बाद से राजनीतिक चर्चा भी शुरू हो गई है।

डॉ. रविरंजन ने मुख्यमंत्री को अपनी इच्छा का पत्र 30 जनवरी को मुख्यमंत्री को भेजा। लेकिन दस दिन बाद बुधवार की सुबह यह बात सामने आई। जब पूर्व मंत्री ने खुद ही ट्वीटर पर अपने इच्छा को लेकर मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र को साझा किया और लिखा कि अगले विधानसभा चुनाव में उम्र एवं शारीरिक कारणों से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया हूं। उन्होंने ब‌र्द्धमान शहर के लोगों को धन्यवाद भी दिया। इसके बाद से राजनीतिक गलियारे में चर्चा का दौर शुरू हो गया है।

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माकपा के निरूपम सेन को हरा बने थे विधायक :

पेशे से अध्यापक डॉ. चटर्जी वर्ष 2011 में तृकां के टिकट पर ब‌र्द्धमान दक्षिण विधानसभा से तत्कालीन माकपा के दिग्गज नेता निरूपम सेन के खिलाफ मैदान में उतरे थे। उन्होंने निरूपम सेन को हराकर ब‌र्द्धमान के लाल दुर्ग में तृकां को जीत दिलाई थी। इस कारण पहली ममता बनर्जी की पहली सरकार में उन्हें तकनीकी शिक्षा मंत्री का दायित्व दिया गया था। बाद में उन्हें विज्ञान व तकनीकी मंत्री बनाया गया। हालांकि वर्ष 2011 में इस केंद्र से तृकां ने पहले डॉ. स्वरूप दत्त को प्रत्याशी बनाया था, लेकिन विरोध के कारण उनका नाम तृकां ने वापस लेकर डॉ. चटर्जी को प्रत्याशी घोषित किया था। वर्ष 2016 के चुनाव में भी तृकां ने उन्हें टिकट दिया एवं उन्होंने जीत हासिल की। लेकिन दूसरी बार उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया। इस कारण पार्टी से थोड़ी नाराजगी थी।

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तृकां नेताओं के पाला बदल से उठ रहा सवाल :

वर्तमान समय में मंत्री सुवेंदु अधिकारी, राजीव बनर्जी समेत कई नेता तृकां के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए भाजपा में शामिल हुए हैं। ऐसे समय में डॉ. चटर्जी की चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा से कई प्रश्न खड़ा हो रहा है। हालांकि उन्होंने अपने उम्र एवं स्वास्थ्य का हवाला देते हुए इच्छा जताई है। हालांकि तृकां में एक दिन पहले ही शामिल हुए पुलिस अधिकारी डॉ. हुमायूं कबीर के नाम की चर्चा भी ब‌र्द्धमान दक्षिण केंद्र से चल रहा है। डॉ. कबीर ब‌र्द्धमान के पुलिस अधीक्षक भी रह चुके हैं।

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ब‌र्द्धमान विकास पर्षद के चेयरमैन है विधायक :

विधायक डॉ. रविरंजन चटर्जी वर्तमान समय में वे ब‌र्द्धमान विकास पर्षद के चेयरमैन है। हालांकि इस पद पर वे बने हुए है। उन्होंने कहा कि उम्र के कारण शारीरिक अस्वस्थता बढ़ रही है। इस कारण यह निर्णय लिया हूं। हालांकि बीडीए के चेयरमैन पद पर हूं।

किसी दूसरे को टिकट दे सकती तृकां

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : रविरंजन की चिट्ठी पर तृणमूल काग्रेस ने विचार किया है और ब‌र्द्धमान दक्षिण से उनके स्थान पर किसी और टिकट दिया जा सकता है।

सूत्रों की मानें तो इस क्षेत्र में सुवेंदु अधिकारी का दबदबा रहा है। जब वह परिवहन मंत्री थे तब इस जिले के पार्टी प्रभारी थे और बड़ी संख्या में उनके समर्थक सत्तारूढ़ पार्टी में मौजूद हैं। अब जबकि सुवेंदु भाजपा शामिल हो चुके हैं तब यहा पहले से मौजूद भाजपा के कार्यकर्ताओं के साथ-साथ तृणमूल कíमयों की संख्या भी जुड़ गई है। और यहा अगर रवि रंजन चुनाव लड़ते हैं तो उनका जीतना मुश्किल होगा। इसलिए स्वास्थ्य का हवाला देकर उन्होंने चुनाव लड़ने से इन्कार किया है।

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