उत्‍तराखंड: गंगोत्री-यमुनोत्री में सितंबर तोड़ेगा अगस्त का सन्नाटा

जैसे-जैसे मौसम खुल रहा है, उससे उम्मीद जाग रही कि गंगोत्री-यमुनोत्री में यात्रा दोबारा पटरी पर लौट आएगी। इससे व्यवसायियों के चेहरों पर भी रौनक नजर आने लगी है।

By sunil negiEdited By: Publish:Sun, 04 Sep 2016 09:57 AM (IST) Updated:Sun, 04 Sep 2016 10:14 AM (IST)
उत्‍तराखंड: गंगोत्री-यमुनोत्री में सितंबर तोड़ेगा अगस्त का सन्नाटा

उत्तरकाशी, [शैलेंद्र गोदियाल]: बरसात का डेढ़ महीना गंगोत्री-यमुनोत्री यात्रा पड़ावों के व्यवसायियों पर भारी गुजरा। इस अंतराल में गंगोत्री हाईवे 16 दिन यानी 380 घंटे बंद रहा, जिससे जिले में पर्यटन व्यवसाय को एक करोड़ से अधिक का नुकसान पहुंचा। लेकिन, अब जैसे-जैसे मौसम खुल रहा है, उससे उम्मीद जाग रही कि यात्रा दोबारा पटरी पर लौट आएगी। इससे व्यवसायियों के चेहरों पर भी रौनक नजर आने लगी है।

उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री व यमुनोत्री धाम को जाने वाले हाईवे पर 30 से अधिक यात्रा पड़ाव हैं। जिन पर हजारों लोग छोटा-बड़ा कारोबार करते हैं। 2013 की आपदा के बाद इस वर्ष पहली बार यात्रा के पटरी पर लौटने से यात्रा पड़ावों पर रौनक रही। नतीजा शुरुआती महीने में ही डेढ़ लाख से अधिक यात्री गंगोत्री धाम के दर्शन कर चुके थे। 15 जुलाई तक कमोबेश ऐसी ही तस्वीर देखने को मिली। जुलाई के पहले पखवाड़े में ही 14 हजार यात्री गंगोत्री धाम पहुंचे, लेकिन 15 जुलाई के बाद बारिश से जगह-जगह सड़कें बाधित होने लगीं, जिससे यात्रियों की संख्या घटती चली गई। यह सिलसिला 31 अगस्त तक चलता रहा। अब जबकि मौसम खुलने लगा है तो व्यवसायियों के चेहरे भी खिलने की उम्मीद है।

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उत्तरकाशी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय पुरी कहते हैं कि अब मौसम खुलने के साथ ही गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे भी सुचारु हो गए हैं। होटलों में यात्रियों के ग्रुप की बुङ्क्षकग भी आने लगी है। गंगोत्री व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतेंद्र सेमवाल ने बताया कि गंगोत्री के व्यापारियों को कांवड़ यात्रा से बड़ी उम्मीदें थी। जिन पर हाईवे बंद रहने के कारण पानी फिर गया। लेकिन, अब एक बार फिर यात्री गंगोत्री धाम में दिखने लगे हैं। शुक्रवार को 320 यात्री मां गंगा के दर्शनों को गंगोत्री पहुंचे। जबकि, गुरुवार को यह संख्या 184 थी।

इन स्थानों पर बंद रहा गंगोत्री हाईवे
नालूपानी, डुंडा, नेताला, गणेशपुर, लालढांग, भटवाड़ी, चड़ेती, हेलगुगाड, गंगनानी, डबराणी, सुक्की टॉप व हर्षिल।

इन स्थानों पर बंद रहा यमुनोत्री हाईवे
धरासू बैंड, सिलाई बैंड, पाली गांव, स्याना चट्टी, राना चट्टी

अब तक गंगोत्री धाम पहुंचे यात्री
नौ मई से 31 मई तक-152007
एक जून से 30 जून तक-75319
एक जुलाई से 31 जुलाई तक-20687
एक अगस्त से 31 अगस्त तक-3777
कुल यात्री-251710

अब तक यमुनोत्री धाम पहुंचे यात्री
नौ मई से 31 मई तक-102116
एक जून से 30 जून तक-36638
एक जुलाई से 31 जुलाई तक-4317
एक अगस्त से 31 अगस्त तक-2291
कुल यात्री-145362

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जुलाई के बाद यात्रा बेहद कम रही
गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि जुलाई के बाद यात्रा बेहद कम रही। इस बार करीब 60 हजार कांवड़ियों के गंगोत्री धाम पहुंचने की थी। लेकिन, हेलगुगाड व गंगनानी में सड़क बंद रहने के कारण गिने-चुने कांवडिय़े ही पहुंच पाए। अब सितंबर-अक्टूबर में गंगोत्री धाम आने के लिए श्रद्धालु फोन कर रहे हैं। पर्यटन विभाग को भी सुरक्षित यात्रा का संदेश देना चाहिए।

नुकसान का सही आकलन कर पाना तो मुश्किल
उत्तरकाशी के जिला पर्यटन अधिकारी केएस नेगी ने बताया कि नुकसान का सही आकलन कर पाना तो मुश्किल है। लेकिन, सड़कों के बंद रहने से जिले में पर्यटन व्यवसाय को एक करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। अब सड़कों के ठीक होने से सितंबर-अक्टूबर में यात्रा अच्छी चलने की उम्मीद है।

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