उत्तरकाशी में बर्फबारी के कारण बढ़ी मुश्किलें, कई सड़कें हैं बंद

उत्तरकाशी में बर्फबारी के कारण बढ़ी मुश्किलें अभी कम नहीं हुई हैं। यमुनोत्री हाईवे राडी टाप व हनुमानचट्टी से जानकीचट्टी के बीच बर्फबारी के कारण बंद है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Fri, 01 Feb 2019 12:53 PM (IST) Updated:Fri, 01 Feb 2019 12:53 PM (IST)
उत्तरकाशी में बर्फबारी के कारण बढ़ी मुश्किलें, कई सड़कें हैं बंद
उत्तरकाशी में बर्फबारी के कारण बढ़ी मुश्किलें, कई सड़कें हैं बंद

उत्तरकाशी, जेएनएन। जनपद उत्तरकाशी में बर्फबारी के कारण बढ़ी मुश्किलें अभी कम नहीं हुई हैं। शुक्रवार सुबह से जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में बारिश और गंगोत्री, यमुनोत्री, हर्षिल, खरसाली सहित ऊँचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हुई है। जो अभी भी जारी है।

गंगोत्री हाईवे अभी भी सुक्की से आगे बंद है। यमुनोत्री हाईवे राडी टाप व हनुमान चट्टी से जानकी चट्टी के बीच बर्फबारी के कारण बंद है। इसके साथ ही जनपद के आठ संपर्क मार्ग भी बंद है। अभी भी जनपद के 35 से अधिक गांव अलग-थलग पड़े हुए हैं। मोरी, पुरोला, नौगांव व भटवाड़ी ब्लाक के करीब 50 गांवों में बिजली आपूर्ति सुचारु नहीं हो पाई है, जो मार्ग खुले हैं उन पर भी वाहन चलाना खतरे से खाली नहीं है।

हर्षिल घाटी में हो रही लगातार बर्फवारी के चलते

ग्रामीणों की दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। बीते गुरुवार रात करीब 8.30 बजे मां गंगा का मायका मुखवा में अधिक बर्फबारी होने के कारण एक स्थानीय ग्रामीण भूपेंद्र नेगी की गौशाला क्षतिग्रस्त हो गई। इस दौरान गौशाला के अंदर बंधे तीन खच्चर और एक गाय उसमें दब गए। स्थानीय ग्रामीणों ने रेस्क्यू अभियान चलाया। काफी जद्दोजहद के बाद ग्रामीणों ने रात करीब 11 बजे क्षतिग्रस्त गौशाला से तीन खच्चर और एक गाय को बाहर निकाला गया। इस हादसे में ग्रामीण की एक खच्चर की मौत हो गई।

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