किसी को न दें एटीएम व खाते की जानकारी

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : ऑनलाइन ठगी करने व लॉटरी लगने का झांसा देने वालों के जाल में उत्तरकाश

By Edited By: Publish:Thu, 30 Jul 2015 05:11 PM (IST) Updated:Thu, 30 Jul 2015 05:11 PM (IST)
किसी को न दें एटीएम व खाते की जानकारी

जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी :

ऑनलाइन ठगी करने व लॉटरी लगने का झांसा देने वालों के जाल में उत्तरकाशी के ग्रामीण भी फंसने लगे हैं। एक माह के अंतराल पर जिले में दो घटनाएं हो चुकी हैं। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी जेआर जोशी ने बैंक प्रबंधकों व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने बैंक अधिकारियों से ग्राहकों को जागरूक करने को कहा। एसपी ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि किसी भी लालच में न आएं।

गुरुवार को एसपी कार्यालय में बैंक अधिकारियों की बैठक में एसपी जेआर जोशी ने कहा कि ऑनलाइन ठगी करने वाले पिछले काफी समय से सक्रिय हो गए हैं। इससे जाल से बचने का सबसे अच्छा उपाय जागरूक होना है। खाता धारकों व आम लोगों को यह जानना जरूरी है कि वे अपना खाता संख्या, एटीएम नंबर व पासवर्ड किसी को न बताएं। अगर किसी के पास इस तरह के फोन आते हैं तो वे सीधे पुलिस को सूचना दें। एसपी ने बैंक अधिकारियों से कहा कि वे भी पंफलेट व अन्य माध्यमों से ग्राहकों को जागरूक करें।

केस-वन: बड़कोट के गंगटाड़ी निवासी सतीश सेमवाल को एक व्यक्ति ने फोन कर जानकारी दी कि उसकी 50 लाख की लॉटरी लग गई है। लॉटरी की राशि पाने के लिए उसे कुछ धनराशि जमा करनी होगी। सतीश ने संबंधित व्यक्ति के कहने पर चार जून से लेकर 23 जून तक उसके खाते में 1.88 लाख जमा किए लेकिन व्यक्ति का फोन नंबर बंद आने पर सतीश को ठगे जाने का अहसास हुआ। सतीश ने बड़कोट थाने में प्रमोद नाम के व्यक्ति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।

केस नंबर-टू

ज्ञानसू निवासी देवी प्रसाद नौटियाल के मोबाइल पर आठ जुलाई को एक फोन आया। इसमें फोन करने वाले ने अपना नाम राहुल बताते हुए खुद को एसबीआइ की मेन ब्रांच का अधिकारी बताया। उसने कहा कि आपका एटीएम कार्ड खराब हो गया है और दूसरा एटीएम कार्ड बनाया जाना है। इसके लिए उसे एटीएम नंबर व पासवर्ड की आवश्यकता है। देवी प्रसाद ने संबधित व्यक्ति को अपना एटीएम कार्ड नंबर व पासवर्ड बताया। 13 जुलाई को जब उसने खाते की जांच की तो खाते से एक लाख 43 हजार रुपये निकाले गए थे।

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