काशीपुर में समिति को थाना व कोर्ट बता ठगे पांच हजार रुपये

काशीपुर में समिति चलाने वाली महिला ने समिति को थाना व कोर्ट बताकर पांच हजार रुपये ठग लिए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 09:33 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 09:33 PM (IST)
काशीपुर में समिति को थाना व कोर्ट बता ठगे पांच हजार रुपये
काशीपुर में समिति को थाना व कोर्ट बता ठगे पांच हजार रुपये

जाटी, काशीपुर: एक महिला ने समिति चलाने वाली महिला पर समिति को थाना व कोर्ट बताकर पांच हजार रुपये ठगने का आरोप लगाया है।

गुरु नानक कॉलोनी पटेल नगर निवासी च्योति कौर ने एसएसपी को भेजे पत्र में बताया कि उसकी शादी 13 मार्च 2012 को बैलपड़ाव निवासी एक व्यक्ति के साथ हुई थी। पति से विवाद होने के कारण वह कुछ दिनों से मायके में रह रही थी। इसी दौरान उसका संपर्क एक महिला से हुआ। महिला ने बताया कि वह एक समिति की अध्यक्ष है और महिला हेल्पलाइन की सदस्य है। आरोपित महिला ने बताया कि उसकी समिति अपने आप में थाना और कोर्ट है। महिला ने कहा कि उनके पास लोगों को गिरफ्तार करने का भी अधिकार है। पति और उसके बीच के विवाद में वह मदद करेगी। महिला ने आरोपित महिला की बात पर विश्वास करके 26 मार्च 2021 को उसे प्रार्थना पत्र दिया। इस कार्य के लिए उससे पांच हजार रुपये लिए गए और उसके पति को बुलाकर महिला स्वयं जज बनकर काउंसलिग करने लगी। बाद में उसे पता चला कि इनके पास कोई अधिकार नहीं है। महिला ने आरोपित से कागज वापस मांगे तो धमकी देने लगी। सामान का सौदे का झांसा दे पचास हजार रुपये हड़पे

रुद्रपुर : सामान मंगवाने के लिए खाते में पैसा ट्रांसफर कराने बाद भी सामान नहीं पहुंचा। जब पैसा वापस देने को कहा तो वह टरकाने लगा और पैसा नहीं दिया। ठगे जाने का एहसास होने पर साइबर थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की।

दरिया नगर निकट रोडवेज बस स्टेशन रुद्रपुर मिन्हा ट्रेडर्स के महमूद अली ने साइबर थाने में दी तहरीर में कहा मे.किच्छा ट्रेडर्स से सामान मंगवाने के लिए उसके द्वारा एक सौदा किया गया था। इसकी ऐवज में उसके द्वारा एमएआरएस इंटरप्राइजेज शॉप नंबर 4 प्लाट नंबर 580/9 फ्लोर पीटी पाटिल कांप्लेक्स कोल्हापुर अर्बन कोआपरेटिव बैंक लि. कोलहापुर महाराष्ट्र के खाते में पचास हजार रुपये की धनराशि 11 जनवरी को बतौर अग्रिम भुगतान जमा करवाई थी। उक्त पैसा उसने अपने खाते से एनईएफटी के माध्यम से दिया था। अग्रिम भुगतान के बाद भी उसके द्वारा सामान न देने पर जब उनसे संपर्क किया तो वह लगातार सामान देने का वायदा करता रहा, लेकिन उसके द्वारा सामान न भेजे जाने पर जब पैसा वापस मांगा तो उसने पैसा वापस देने से मना कर दिया। साइबर थाने द्वारा की गई प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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