खिलाड़ियों में ओलंपिक को लेकर उत्साह

उत्तराखंड चतुर्थ राज्य ओलंपिक गेम्स में दूर दराज से आए खिलाड़ियों का उत्साह देखने लायक था।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 10 Nov 2018 11:47 PM (IST) Updated:Sat, 10 Nov 2018 11:47 PM (IST)
खिलाड़ियों में ओलंपिक को लेकर उत्साह
खिलाड़ियों में ओलंपिक को लेकर उत्साह

संवाद सहयोगी, रुद्रपुर : उत्तराखंड चतुर्थ राज्य ओलंपिक गेम्स में दूर दराज से आए खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला है। इनमें से कई खिलाड़ी ऐसे हैं, जो पहली बार ओलंपिक खेल में हिस्सा ले रहे हैं। कुछ ऐसे भी हैं, जो नेशनल लेवल पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुके हैं।

दस नवंबर से 13 नवंबर तक होने वाले इस राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में प्रदेश के पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, बागेश्वर, नैनीताल, देहरादून, हरिद्वार सहित अन्य जनपदों के खिलाड़ियों का जमावड़ा होने लगा है। ओलंपिक संघ ने खिलाड़ियों को ठहरने और खाने की सुविधा मुहैया कराने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। वहीं खिलाड़ी भी अपनी-अपनी ओर से प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन से पीछे नहीं हट रहे हैं। हालांकि दूर दराज से आए खिलाडियों को शुरू में जानकारी के अभाव में थोड़ी परेशानियों से सामना भी करना पड़ा, बावजूद इसके उनके हौसले और उत्साह में कोई कमी नहीं हैं। परिचर्चा-

पहली बार ओलंपिक में खेलने का मौका मिलने से काफी उत्साहित हूं। बैड¨मटन में नेशनल तक खेल चुकी हूं। लेकिन जीत हासिल नहीं हुई। इस ओलंपिक में पूरा जोर लगा दूंगी।

- प्रीती जोशी, बैड¨मटन खिलाड़ी, हल्द्वानी समय निर्धारित नहीं है। खेलों का समय से संचालन होना चाहिए, जिससे जो भी खिलाड़ी आस-पास के हो वे अपने घर को वापस जा सकें। ठहरने की सुविधा तो है, लेकिन मच्छरों के लिए उपाय होने चाहिए।

- अब्दुल गुज्जर, कबड्डी नैनीताल पहली बार ओलंपिक खेलों में अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला है। काफी उत्साहित हैं। खेल के प्रति काफी लगाव है। नेशनल तक खेल चुकी हूं। इस बार भी कुछ कर के दिखाना है। व्यवस्थाएं ठीक हैं।

- श्रेया ¨सघल बैड¨मटन खिलाड़ी हल्द्वानी धर्मशाला में ठहरने की सुविधा दी गई है। लेकिन मच्छरों के कारण नींद नही पूरी हुई, जबकि खिलाड़ियों के लिए सोने की सुविधा ठीक होनी चाहिए।

- जितेंद्र ¨सह कबड्डी नैनीताल

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