बाइपास का मुआवजा न मिलने से भड़का जनाक्रोश

संवाद सहयोगी, खटीमा : बाइपास निर्माण में काबिज किसानों को मुआवजा न मिलने से जनाक्रोश भड़क उठा है। उन

By Edited By: Publish:Tue, 30 Aug 2016 05:18 PM (IST) Updated:Tue, 30 Aug 2016 05:18 PM (IST)
बाइपास का मुआवजा न मिलने से भड़का जनाक्रोश

संवाद सहयोगी, खटीमा : बाइपास निर्माण में काबिज किसानों को मुआवजा न मिलने से जनाक्रोश भड़क उठा है। उन्होंने इसके विरोध में तहसील में क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि सात दिनों के अंदर उन्हें पूर्ण मुआवजा नहीं मिला तो वह भूख हड़ताल करेंगे।

मालूम हो पहेनिया से कुटरी तक बाइपास का निर्माण होना है। जिसमें आठ गांवों के करीब 336 लोगों की भूमि चिह्नित हुई है, जिन्हें अभी तक मुआवजा नहीं मिला है। इसी के चलते पूर्व सैनिक संगठन के आह्वान पर प्रभावित किसान मंगलवार को तहसील पहुंचे। जहां उन्होंने धरना-प्रदर्शन कर सभा की। जिसमें संगठन के अध्यक्ष कुंवर सिंह खनका ने कहा कि बाइपास में अधिकांश भूमि पूर्व सैनिकों के आश्रितों की कट रही है। कई परिवार तो ऐसे हैं जिनके पास अब एक मुट्ठी अनाज के लिए जमीन तक नहीं बची है। ऐसे में उन परिवारों को जल्द मुआवजा नहीं मिलेगा तो ऐसे परिवार दो जून की रोटी के लिए परेशान हो जाएंगे। उन्होंने कहा काबिज किसानों को समय से मुआवजा न देकर उनके साथ अन्याय किया जा रहा है। कहा कि 1958 से पूर्व सैनिकों के परिवारों ने थारू किसानों से रजामंदी से स्टांप पेपर के जरिए जमीनों की खरीद फरोख्त की गई थी। तब से वह इस जमीन पर काबिज हैं।

खनका ने कहायदि एक सप्ताह में मुआवजा नहीं मिला तो आठवें दिन से भूख हड़ताल आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।

सभा को कै. ठाकुर सिंह खाती, गोपाल सिंह बिष्ट, सूबेदार कमान सिंह, मान सिंह बोरा ने संबोधित किया। इस मौके पर सचिव जोहार सिंह बसेड़ा, गंभीर सिंह धामी, विमला मुडेला, प्रधान माया देवी, ठाकुर भगवान सिंह, त्रिलोक बोरा, मान सिंह बोरा, नारंगी देवी, रामदत्त चौसाली आदि मौजूद थे।

नाम पर जमीन न होने पर थारू किसान भी परेशान

खटीमा : नदन्ना गांव के भीका सिंह राना ने बताया कि उसके पिता ने चार बीघा भूमि थारू किसान से ही खरीदी थी। आर्थिक संकट के कारण उस भूमि को वह अपने नाम दर्ज नहीं करा पाए थे। यह भूमि अब बाइपास में जा रही है। लेकिन अब मुआवजे के लिए भटकना पड़ रहा है। उसका आरोप है कि जिसके नाम वह भूमि है वह उनसे सौदेबाजी कर रहा है।

chat bot
आपका साथी