बीपीएल रजिस्टर में ओवरराइटिंग

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : इसे जनप्रतिनिधियों का दबाव कहें या वीडीओ की मनमानी। काशीपुर ब्लॉक की 21

By Edited By: Publish:Tue, 02 Jun 2015 11:52 PM (IST) Updated:Tue, 02 Jun 2015 11:52 PM (IST)
बीपीएल रजिस्टर में ओवरराइटिंग

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : इसे जनप्रतिनिधियों का दबाव कहें या वीडीओ की मनमानी। काशीपुर ब्लॉक की 21 ऐसी ग्राम पंचायते हैं, जहां पर बीपीएल पुनरीक्षण सूची के रजिस्टर में ओवरराइटिंग की गई है। जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया तो अफसर भी हैरत में पड़ गए। मामले की जांच एपीडी को सौंपी गई है।

इंदिरा आवास का लाभ लेने के लिए प्रतीक्षा सूची में नाम होना जरूरी है। बीपीएल सूची से ही नाम प्रतीक्षा सूची में दर्ज होते हैं। अक्टूबर में बीपीएल पुनरीक्षण सूची तैयार कराई गई। इसके लिए ग्राम विकास अधिकारियों की मौजूदगी में ग्राम प्रधानों की अध्यक्षता में पंचायतों में खुली बैठक हुई। काशीपुर में 39 ग्राम पंचायतों में सूची में नाम दर्ज कराने व हटाने के लिए 3012 आपत्तियां व दावे आए। इसमें 1515 नाम हटाए गए। वर्तमान में काशीपुर में 4368 बीपीएल परिवार हैं। कुछ दिन पहले जब सीडीओ ने ब्लॉक में ग्राम पंचायतों के बीपीएल पुनरीक्षण सूचीरजिस्टरों का सत्यापन किया तो 21 पंचायतों के रजिस्टरों में कई नामों पर ओवरराइटिंग पाई गई है। सूत्रों के मुताबिक ओवरराइटिंग जनप्रतिनिधियों के दबाव में किया गया है। किसके दबाव में यह किया गया है, यह तो जांच के बाद ही मालूम हो सकेगा। खास बात यह है कि बीपीएल के नाम पर खाद्यान्न सहित सभी सरकारी योजनाओं का लाभ लिया जा रहा है। जबकि वास्तविक रूप से जो बीपीएल पात्र हैं, वे योजनाओं का लाभ पाने से वंचित हैं। ऐसी स्थिति में जांच में बड़े घोटाले उजागर हो सकते हैं।

इनसेट

ग्राम्य विकास विभाग की एपीडी रमा गोस्वामी को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी।

इवा आशीष श्रीवास्तव, सीडीओ, यूएस नगर

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