छह दिन में ही शासन बैकफुट पर

रुद्रपुर :पोषाहार बांटने के फैसले को लेकर शासन असमंजस में नजर आ रहा है। पहले स्वयं सहायता समूहों से

By Edited By: Publish:Wed, 06 May 2015 11:54 PM (IST) Updated:Wed, 06 May 2015 11:54 PM (IST)
छह दिन में ही शासन बैकफुट पर

रुद्रपुर :पोषाहार बांटने के फैसले को लेकर शासन असमंजस में नजर आ रहा है। पहले स्वयं सहायता समूहों से आंगनबाड़ी केंद्रों की माता समितियों को खाद्य सामग्री खरीदने का आदेश, फिर समूहों से सामग्री क्रय को बाध्य न करने, अब अपने इस आदेश के छह दिन बाद ही शासन पर बैकफुट पर आ गया। समूहों से सामग्री खरीदी जाएगी। हालांकि खराब सामग्री होने पर समूह को वापस कर दी जाएगी।

जिले में 2387 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं, यहां पर छह साल तक के बच्चों को प्री शिक्षा व पोषाहार दिया जाता है। टेक टू होम राशन योजना के तहत तीन साल तक के बच्चों को दलिया, मूंगफली, चना आदि अनुपूरक पोषाहार दिया जाता है। पहले शासन से पोषाहार मुहैया कराया जाता था। पिछले साल से आंगनबाड़ी केंद्रों में गठित माता समितियां स्वयं सहायता समूहों व फेडरेशन से खाद्य सामग्री खरीदने की व्यवस्था लागू की गई। इसके लिए जिले में चार माह पहले करीब 20 समूहों के साथ दो साल के लिए विभाग से अनुबंध किया गया था। सितारगंज, खटीमा व रुद्रपुर में समूहों द्वारा सामग्री बेची जा रही है। सामग्री उपलब्ध कराने के लिए समूहों ने सामग्री बनाने वाली मशीनें, गोदाम आदि में लाखों रुपये निवेश कर दिया। केंद्रों में आपूर्ति की जा रही टीएचआर की सामग्री की मात्रा मानक से कम होने व खराब गुणवत्ता की शिकायत की गई थी। इसे गंभीरता से लेते हुए सचिव राधा रतूड़ी ने 30 अप्रैल को जिलाधिकारियों को माता समितियों पर समूहों से सामग्री क्रय का दबाव न बनाने का आदेश पत्र भेजा था। इससे अफसर व समूह हैरत में पड़ गए । सामग्री उपलब्ध कराने के लिए विभाग से दो साल के लिए समूहों का अनुबंध हुआ था। दैनिक जागरण ने बुधवार के अंक में टीएचआर में करे कोई, भरे कोई नामक शीर्षक से खबर प्रकाशित किया तो जिले के अफसर हरकत में आए। मामले को सचिव राधा रतूड़ी व आइसीडीएस की निदेशक ज्योति नीरज खरवाल से अवगत कराया। इस पर निदेशक ने सभी जिला कार्यक्रम अधिकारियों को बुधवार को पत्र भेजा है। पत्र के मुताबिक स्वयं सहायता समूहों के जरिये जो सामग्री टेक टू होम राशन के रूप में आंगनबाड़ी केंद्रों पर वितरित की जाए, वो निर्धारित मात्रा के अनुरूप उच्च गुणवत्ता की होनी चाहिए। जिला कार्यक्रम अधिकारी व मुख्य सेविकाएं टेक टू होम राशन की सामग्री में निर्धारित गुणवत्ता एवं मात्रा सुनिश्चित कराएं। यदि राशन की सामग्री में खराबी या कम पाई जाती है तो सामग्री स्वयं सहायता समू को वापस कर दी जाए।

इनसेट

शासन के आदेश को अमल में लाया जाएगा। राशन की सामग्री की गुणवत्ता पर नजर रखी जाती है।

इवा आशीष श्रीवास्तव, सीडीओ, यूएस नगर

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