मोदी की मंशा के अनुरूप ढलने लगी केदारपुरी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 करोड़ की जिन पांच योजनाओं की नीव बीते 20 अक्टूबर को केदारपुर में डाली थी, उन सभी पर भी साल की विदा होते-होते कार्य भी शुरू हो गया।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sun, 31 Dec 2017 03:06 PM (IST) Updated:Sun, 31 Dec 2017 08:40 PM (IST)
मोदी की मंशा के अनुरूप ढलने लगी केदारपुरी
मोदी की मंशा के अनुरूप ढलने लगी केदारपुरी

रुद्रप्रयाग, [बृजेश भट्ट]: केदारपुरी के लिए 2017 का साल कई मायनों में महत्वपूर्ण रहा। एक तरफ आपदा के चार साल बाद पहली बार यात्रा पुराने ढर्रे पर लौट आई, वहीं केदारपुरी में कई महत्वपूर्ण निर्माण कार्य भी इस वर्ष पूरे हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 करोड़ की जिन पांच योजनाओं की नीव बीते 20 अक्टूबर को डाली थी, उन सभी पर भी साल की विदा होते-होते कार्य भी शुरू हो गया। एक पंक्ति में कहा जाए तो नई केदारपुरी बसाने के मामले में वर्ष 2017 यादगार भूमिका निभा गया।

इस वर्ष छह माह के अंतराल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो बार बाबा के दर्शनों को केदारधाम पहुंचे। साथ ही यहां 500 करोड़ की योजनाओं की नींव भी रखी। इसके अलावा राष्ट्रपति रामनाथ र्कोंवद और दर्जनों केंद्रीय मंत्री भी केदारनाथ पहुंचे। इस साल यात्रा तो

पटरी पर लौटती नजर आई ही, केदारपुरी में मूलभूत सुविधाओं के साथ यात्रियों के रहने-खाने को पर्याप्त व्यवस्थाएं भी जुटाई गईं।

इसके चलते यात्रियों ने काफी राहत महसूस की। धाम में घाट, रास्ते, विद्युत पावर स्टेशन, सुरक्षा दीवार, रिहायशी भवनों का निर्माण समेत कई महत्वपूर्ण कार्य इस वर्ष किए गए। रामबाड़ा से गरुड़चट्टी होते हुए नए पैदल मार्ग का निर्माण समेत प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप सभी पांच योजनाओं पर कार्य शुरू हुआ। जबकि, सरस्वती नदी पर घाट निर्माण के साथ ही उरेडा के 200 मेगावाट के विद्युत सब स्टेशन का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया।

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