Chardham Yatra 2022 : इंतजार के बाद भी नहीं मिल रहे केदारनाथ के हेली टिकट, खुलेआम हो रही टिकटों की ब्लैकमेलिंग

Chardham Yatra 2022 केदारनाथ धाम के लिए एक ओर आफलाइन हेली टिकटों की खुलेआम ब्लैकमेलिंग हो रही है। प्रतिदिन 300 से 350 हेली टिकट आफलाइन बेचे जा रहे हैं। होटल व्यवसायियों ने प्रशासन से हेली टिकट आवंटन में हो रही गड़बड़ी का संज्ञान लेने की मांग उठाई है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Sep 2022 08:43 AM (IST) Updated:Sun, 25 Sep 2022 08:43 AM (IST)
Chardham Yatra 2022 : इंतजार के बाद भी नहीं मिल रहे केदारनाथ के हेली टिकट, खुलेआम हो रही टिकटों की ब्लैकमेलिंग
Chardham Yatra 2022 : केदारनाथ धाम । फाइल फोटो

संवाद सूत्र, रुद्रप्रयाग : Chardham Yatra 2022 : केदारनाथ धाम के लिए एक ओर आफलाइन हेली टिकटों की खुलेआम ब्लैकमेलिंग हो रही है, वहीं जरूरतमंद तीर्थ यात्रियों को कई-कई दिन इंतजार के बाद भी टिकट नहीं मिल पा रहे। जबकि, प्रतिदिन 300 से 350 हेली टिकट आफलाइन बेचे जा रहे हैं। तीर्थ यात्रियों का आरोप है कि हेली टिकट कब बिक जा रहे हैं, इसका पता ही नहीं चल रहा।

आनलाइन हो चुकी 70 प्रतिशत टिकटों की बुकिंग

केदारनाथ के लिए हेली टिकट बुकिंग की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार ने गढ़वाल मंडल विकास निगम को सौंपी हुई है। नियमानुसार 70 प्रतिशत टिकटों की बुकिंग आनलाइन हो चुकी है, जबकि शेष 30 प्रतिशत आफलाइन बेचे जा रहे हैं।

इसमें सौ से 150 के बीच वीआइपी टिकट हटा दें तो लगभग 200 टिकट प्रतिदिन आफलाइन बिकने चाहिए। लेकिन, विडंबना देखिए कि यही टिकट लाइन में लगने के बावजूद तीर्थ यात्रियों को नहीं मिल पा रहे।

क्षेत्र पंचायत ऊखीमठ के कनिष्क उपप्रमुख शैलेंद्र कोटवाल का कहना है कि बुजुर्ग तीर्थ यात्री, जो पैदल केदारनाथ जाने में सक्षम नहीं हैं, उनके लिए टिकट काउंटर पर स्पेशल कोटा रखा जाना चाहिए। साथ ही वीआइपी कोटे में भी कटौती की जाए। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता नितिन जमलोकी का कहना है कि जो तीर्थ यात्री काउंटर पर उपस्थित हों, उन्हें ही टिकट आवंटित किए जाने चाहिए।

प्रशासन से टिकट आवंटन में हो रही गड़बड़ी का संज्ञान लेने की मांग

केदारघाटी के होटल व्यवसायियों ने प्रशासन से हेली टिकट आवंटन में हो रही गड़बड़ी का संज्ञान लेने और बुजुर्ग एवं दिव्यांग तीर्थ यात्रियों को काउंटर पर ही हेली टिकट दिए जाने की मांग उठाई है।

वहीं, हेली सर्विस के नोडल अधिकारी सुनील नौटियाल ने बताया कि रोजाना लगभग 200 तीर्थ यात्रियों को पारदर्शिता के साथ आफलाइन टिकट दिए जा रहे हैं। कहा कि लाइन में 800 से एक हजार तीर्थ यात्री खड़े रहते हैं, उन सबको टिकट दिया जाना संभव नहीं है।

chat bot
आपका साथी