स्वास्थ्य परीक्षण को लेकर मुखर हुई आशा कार्यकर्ता
ऊखीमठ की आशा कार्यकर्ता संगठन ने थर्मामीटर से स्वास्थ्य परीक्षण व गृह भ्रमण सर्वे न करने का फैसला लिया है।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: ऊखीमठ की आशा कार्यकर्ता संगठन ने थर्मामीटर से स्वास्थ्य परीक्षण व गृह भ्रमण सर्वे न करने का फैसला लिया है। इस संबंध में आशा कार्यकर्ताओं ने प्रभारी चिकित्साधिकारी ऊखीमठ को ज्ञापन देकर उक्त कार्य के लिए वेतनधारी कर्मचारियों की नियुक्त करने की मांग को है।
आशा संगठन ऊखीमठ की अध्यक्ष रंजना देवी ने कहा कि वह राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत गांवों में प्रोत्साहन राशि पर तैनात हैं। आशा न तो सरकारी कर्मचारी है और न ही उसे कोई वेतन मिलता है। उनका कार्य गर्भवती महिला का स्वास्थ्य परीक्षण करना, संस्थागत परीक्षण, गर्भवती और बच्चों का टीकाकरण के लिए प्रेरित करना है। कोरोना जैसी महामारी के दौर में उनकी बिना सहमति के पहले तो सर्वे कराया गया और अब ग्राम निगरानी समिति के सदस्य के रूम में क्वारंटाइन सेंटरों में निगरानी का काम कराया जा रहा है। आशाओं के स्वास्थ्य की चिता किसी को नहीं है। आशा कार्यकत्रियों ने कहा कि वह अब क्वारंटाइन सेंटरों में स्वास्थ्य परीक्षण करने में असमर्थ हैं। इस जिम्मेदारी से उन्हें मुक्त किया जाए। ज्ञापन में कोषाध्यक्ष भरोसी रावत, सचिव हेमा देवी, पुष्पा जोशी, रजनी सेमवाल, दीपा देवी, कृष्णा भट्ट, मंजू देवी के हस्ताक्षर रहे।