यात्रा के लिए मांगे 20 डॉक्टर

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: चारधाम यात्रा को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने भी तैयारियां शुरू कर दी है। विभा

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Mar 2017 01:00 AM (IST) Updated:Thu, 23 Mar 2017 01:00 AM (IST)
यात्रा के लिए मांगे 20 डॉक्टर
यात्रा के लिए मांगे 20 डॉक्टर

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: चारधाम यात्रा को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने भी तैयारियां शुरू कर दी है। विभाग ने इस बार केदारनाथ यात्रा के लिए शासन से 20 डाक्टर 24 फार्मेसिस्ट और 19 वार्ड ब्बाय मांगे हैं।

जिले में डॉक्टरों की भारी कमी होने से प्रतिवर्ष यात्रा संचालन के लिए स्वास्थ्य विभाग शासन से डॉक्टर एवं फार्मेसिस्ट की मांग करता है। इस वर्ष आगामी तीन मई को बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने जा रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा की तैयारियां शुरू कर दी हैं। केदारनाथ यात्रा के लिए रुद्रप्रयाग, अगस्त्यमुनि, गुप्तकाशी, फाटा, सोनप्रयाग व गौरीकुंड में स्थायी स्वास्थ्य केंद्र मौजूद हैं। जबकि केदारनाथ पैदल मार्ग चीरवासा, छौडी गदेरा, जंगलचटटी, रामबाड़ा, भीमबली, छोटी लिनचौली, बड़ी लिनचौली, भैरव ग्लेशियर, रुद्रा प्वाइंट, बेस कैंप, हेलीपैड व केदारनाथ में रिलीफ सेंटर स्थापित किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने उक्त केंद्रों में शासन से चार विशेषज्ञ डॉक्टर 6 जनरल डॉक्टरों की मांग की है। इसके अतिरिक्त 24 फार्मेसिस्ट एवं 19 वार्ड ब्वाय की मांग भी की गई है। बेस कैंप से केदारनाथ तक चार डॉक्टर हर समय तैनात रहेंगे। इसके अलावा फार्मेसिस्ट व वार्ड ब्वाय को रिलीफ सेंटरों में तैनात किया जाएगा। जिससे केदारनाथ यात्रा पर आने वाले देश-विदेश के यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया हो सके। सीएमओ डॉ. आरपी बडोनी ने बताया कि यात्रा को लेकर विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। यात्रा के समय कोई समस्या ना हो यात्रा के लिए स्वास्थ्य विभाग ने शासन से मांगे 20 डॉक्टर आ सके।

पूर्ति विभाग ने शासन से की कैरोसिन व गैस की मांग

केदारनाथ यात्रा को लेकर जिला पूर्ति विभाग ने भी अपने स्तर से तैयारियां शुरू कर दी हैं। विभाग ने यात्रा के लिए 20 केएल कैरोसिन व चार लोड गैस ट्रक की मांग शासन से की है। इसके अलावा चावल व आटे की व्यवस्था जनपद स्तर से किया जाएगा। जिससे केदारनाथ यात्रा पर आने वाले यात्रियों को समय से भोजन व्यवस्था मिल सके। जिला पूर्ति अधिकारी किशोरी लाल ने बताया कि कैरोसिन व गैस की मांग शासन से की गई है। जबकि चावल व आटे की व्यवस्था जनपद स्तर पर की जाएगी।

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