ट्रॉली के सहारे सरक रही जिंदगी
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: अगस्त्यमुनि ब्लॉक के विजयनगर व चंद्रापुरी के आसपास के लोगो की जिंदगी ट्
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: अगस्त्यमुनि ब्लॉक के विजयनगर व चंद्रापुरी के आसपास के लोगो की जिंदगी ट्रॉलियों के सहारे सरक रही है। यहां ग्रामीणों को नदी पार करना किसी मुसीबत से कम नहीं हो रही हैं। ग्रामीणों को आवाजाही करने के साथ ही सामान लाने ले जाने में काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। इसका सबसे ज्यादा खामियाजा स्कूली नौनिहालों को भुगतना पड़ रहा है। अब तक इन ट्रॉलियों पर एक बच्चे समेत दो लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि डेढ़ दर्जन से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। ऐसे में अभी अभी तक पुल निर्माण न होने से टॉलियां लोगों की जान पर भारी पड़ रही हैं।
वर्ष 2013 की केदारनाथ आपदा के समय पर डेढ़ दर्जन से अधिक झूलापुल बह गए थे। एक दर्जन स्थानों पर आवाजाही के लिए ट्रॉलियों की व्यवस्था की गई। इनके सहारे ग्रामीणों की दिनचर्या चल रही है। आपदा को आए तीन वर्षो का समय पूरा हो चुका है, लेकिन अभी तक दर्जनों गांवों को जोड़ने वाले विजयनगर व चंद्रापुरी में पुलों का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। इसका कारण यह है कि एक ही ठेकेदार के पास कई पुलों ठेका होने से भी निर्माण कार्य धीमी प्रगति सामने आ रही है। उक्त दोनों टॉलियों पर एक-एक मौत भी हो चुकी हैं। जबकि डेढ़ दर्जन से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। लगातार हो रही घटनाओं को लेकर क्षेत्रीय जनता कई बार सड़कों पर भी उतर चुकी है, मात्र आश्वासन के उन्हें कुछ हासिल नहीं नहीं हुआ है। ऐसे में पुल निर्माण कार्य पूरा न होने से ग्रामीणों की जिंदगी अभी तक ट्रॉलियों में ही झूलती नजर आ रही है। जिससे ग्रामीणों को भारी सामान लाने ले जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं लोक निर्माण विभाग की माने तो मार्च से पूर्व उक्त दोनों पुलों को पूरा करने की बात कह रहा है।
पुलों के निर्माण को जल्द से जल्द पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं। चंद्रापुरी पैदल पुल में पिलर तैयार हो रहे हैं, यह कुछ माह में तैयार हो जाएगा। जबकि विजयनगर पुल निर्माण में अभी समय लगेगा।
मनोज दास, अधिशासी अभियंता, लोनिवि ऊखीमठ