पनोली मोटर मार्ग में डामरीकरण की मांग को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

पनोली मोटर मार्ग पर डामरीकरण की मांग को लेकर ग्रामीणों ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 10:57 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 10:57 PM (IST)
पनोली मोटर मार्ग में डामरीकरण की मांग को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
पनोली मोटर मार्ग में डामरीकरण की मांग को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़: पनोली मोटर मार्ग पर डामरीकरण की मांग को लेकर ग्रामीणों ने शुक्रवार को प्रदर्शन कर धरना दिया। प्रदर्शनकारियों ने जल्द सड़क पर डामर नहीं किए जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

प्रदर्शन करते हुए ग्रामीणों ने कहा कि गंगोलीहाट पेट्रोल पंप-पनोली मोटर मार्ग की हालत लंबे समय से खस्ता है। मार्ग में जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं। मिट्टी बह जाने से नुकीले पत्थर बाहर निकल आए हैं, जिस कारण वाहन चालकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पत्थरों के चलते कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। यात्री शुष्क मौसम में धूल तो बरसात के सीजन में कीचड़ की समस्या झेलने को मजबूर हैं। विभाग से कई बार सड़क पर डामरीकरण किए जाने की मांग की जा चुकी है, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई है। मजबूर होकर ग्रामीणों को धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है। इसके बाद भी लोक निर्माण विभाग सड़क पर डामरीकरण के लिए पहल नहीं करता है तो ग्रामीण उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। प्रदर्शन करने वालों में पप्पू कुमार, हरीश कुमार, सुनील कुमार, सागर कुमार, अजय, करण, गोलू, राकेश, आकाश, पवन, कुंदन आदि शामिल थे।

इधर लोक निर्माण विभाग का कहना है कि सड़क पर डामरीकरण का प्रस्ताव बनाया गया है। स्वीकृति का इंतजार किया जा रहा है। ======= बुजुर्ग महिलाएं बैठीं धरने पर

गंगोलीहाट: दो सूत्रीय मांगों को लेकर पव्वाधार संघर्ष समिति का धरना जारी है। आठवें दिन बुजुर्ग महिलाओं ने धरने पर बैठकर आंदोलन को आगे बढ़ाया। ग्रामीणों ने मांग पूरी होने के बाद ही आंदोलन वापस लेने का एलान किया है।

शुक्रवार को 66 वर्षीय रेवती देवी, 75 वर्षीय राधा देवी, 70 वर्षीय धनुली देवी, 70 वर्षीय मोहनी, 70 वर्षीय भवानी देवी व परु ली देवी धरने पर बैठे। इस दौरान उन्होंने शासन-प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताते हुए जमकर नारेबाजी की। समिति के अध्यक्ष शंकर सिंह ने कहा कि आंदोलन को एक सप्ताह बीतने के बाद भी ग्रामीणों की कोई सुध नहीं ली जा रही है। यदि इसी तरह से ग्रामीणों की अनदेखी होती रही तो आंदोलन को आमरण अनशन में तब्दील कर दिया जाएगा। इस मौके पर जगत सिंह, मदन सिंह, सर्वजीत राम, दलीप राम, गोविंद राम, भूपाल राम, संतोष कुमार, राजेंद्र सिंह आदि अनशनकारियों के समर्थन में धरने पर बैठे।

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