अर्थ ग्रुप सोसाइटी बनाकर करोड़ों हड़पने वाला शाखा प्रबंधक गिरफ्तार

खाताधारकों का एक करोड़ हड़पने वाली फर्जी सोसाइट के शाखा प्रबंधक को पिथौरागढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 13 Mar 2020 10:58 PM (IST) Updated:Sat, 14 Mar 2020 06:13 AM (IST)
अर्थ ग्रुप सोसाइटी बनाकर करोड़ों हड़पने वाला शाखा प्रबंधक गिरफ्तार
अर्थ ग्रुप सोसाइटी बनाकर करोड़ों हड़पने वाला शाखा प्रबंधक गिरफ्तार

पिथौरागढ़, जेएनएन : खाताधारकों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने का प्रलोभन देकर एक करोड़ बहत्तर लाख अठानवे हजार रु पये की धनराशि हड़पने वाली फर्जी अर्थ कोऑपरेटिव सोसाइटी की पिथौरागढ़ शाखा का प्रबंधक पुलिस की गिरफ्त में आ गया है।

दान सिंह कठायत सहित अन्य खाताधारकों ने अर्थ ग्रुप सोसाइटी के मालिक एवं शाखा प्रबंधक द्वारा उसे व अन्य खाताधारकों को विभिन्न प्रकार की योजनाओं का प्रलोभन देकर 17298072 रु पये हड़प लेने संबंधी तहरीर 30 नवंबर 2019 को थाना पिथौरागढ़ में दी थी।

इस तहरीर के आधार पर पुलिस ने शाखा प्रबंधक आनंद सिंह भाकुनी पुत्र मंगल सिंह भाकुनी निवासी ग्राम बीसा पोस्ट रांथी, तहसील पिथौरागढ़ हाल निवासी आलोक सदन तिलढुकरी पिथौरागढ़ के खिलाफ भादवि धारा 406, 409, 420 और 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज किया। रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद पुलिस वांछित को तलाश कर रही थी। इस क्रम में एसपी प्रीति प्रियदर्शिनी के आदेश और सीओ आरएस रौतेला के निर्देश पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ओपी शर्मा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम में एसआइ संजय पूनिया, जवान बलवंत बिष्ट और सुरेश चंद शामिल थे।

शुक्रवार को कोतवाल ओपी शर्मा के नेतृत्व में टीम ने वांछित अभियुक्त आनंद सिंह को तिलढुकरी पिथौरागढ़ में गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। पुलिस इस मामले में अब जांच में जुटी है। पुलिस द्वारा सभी खाताधारकों से सम्पर्क कर जानकारी जुटाई जा रही है। कोतवाल ओपी शर्मा ने बताया कि अभी तक इस मामले में लिखी गई तहरीर के आधार पर उपरोक्त धनराशि हड़पने की शिकायत मिली है। उन्होंने आशंका जताई है कि अभी अन्य खाताधारक भी सामने आएंगे तो धनराशि बढ़ सकती है। उन्होंने बताया कि इस मामले में बागेश्वर में भी रिपोर्ट दर्ज हुई है वहां पर भी सोसाइटी के कारिदे पकड़े जा चुके हैं। ========= योजनाओं के प्रलोभन में फंस गए खाताधारक फर्जी अर्थ सोसाइटी द्वारा विभिन्न लुभावनी योजनाओं का जाल फेंक कर खाताधारकों को फंसाया गया। दूसरा स्थानीय होने का फायदा भी उठाया। इस जाल में फंस कर सैकड़ों खाताधारक बन गए। एक तरफ खाताधारक धन जमा करते रहे दूसरी तरफ सोसाइटी द्वारा दिए गए प्रलोभन झूठ साबित होने लगे, तब जाकर खाताधारक आगे आए। इस मामले में साढ़े तीन माह पूर्व सोसाइटी के खिलाफ पुलिस में तहरीर दी गई। यह वह समय था जब जिले में अनंत निधि नामक एक कंपनी द्वारा खाताधारकों के करोड़ों रुपये हड़पने के कारण विवाद हो रहा था।

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