सरकार की अनदेखी से भड़के डाककर्मी
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: सातवां वेतनमान का लाभ दिए जाने सहित चार सूत्री मांगों के निराकरण को लेकर अखि
संवाद सहयोगी, कोटद्वार: सातवां वेतनमान का लाभ दिए जाने सहित चार सूत्री मांगों के निराकरण को लेकर अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवा संघ की अनिश्चितकालीन हड़ताल से दूसरे दिन गुरुवार को भी कामकाज ठप रहा। डाक कर्मियों का कहना है कि वह पूरी ईमानदारी से अपने कार्यो का निर्वहन करते हैं, बावजूद इसके सरकार उन्हें अनदेखा कर रही है।
गुरुवार को बद्रीनाथ मार्ग स्थित मुख्य डाकघर में हड़ताल पर बैठे डाक कर्मियों ने कहा कि वह बीते कई साल से सातवें वेतनमान का लाभ देने, ग्रामीण डाक सेवक से आठ घंटे कार्य लेने व विभागीयकरण करने, पेंशन लागू करने व जीडीएस टारगेट के नाम पर हो रहे उत्पीड़न को बंद करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार उन्हें केवल आश्वासन दे रही है। कहा कि जब तक उनकी सभी मांगें पूरी नहीं हो जाती, तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी। इस मौके पर बलवंत ¨सह, गणेश चंद्र, चंद्रमोहन ¨सह, जगदीश पोखरियाल, राजेंद्र ¨सह, नागेंद्र भारद्वाज, सुनील ¨सह, देवेंद्र कुमार, राम ¨सह, राकेश ¨सह, मंजू रावत, चंद्रमोहन ¨बजोला, पूर्णिमा कोटनाला, निर्माला थलैड़ी, प्राची रावत, विनोद कुमार आदि मौजूद थे।
रिखणीखाल क्षेत्र में भी ग्राम सेवक हड़ताल पर रहे। ग्राम सेवकों ने रिखणीखाल उप डाकघर में केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन भी किया। प्रदर्शनकारियों में सुनील अमोला, प्रेमलाल, सोहन ¨सह, उमेश ¨सह, रमेश ¨सह, नीरज, अव्वल ¨सह आदि शामिल थे।