हाथियों को आबादी में घुसने से रोकेगा टेटीकल फेंसिंग, रामनगर में लगाया जा रहा nainital news
जंगल से हाथियों को आबादी में आने से रोकने के लिए वन विभाग ने ट्रायल बेस पर टेटीकल फेंसिंग लगानी शुरू कर दी है। फेंसिंग कामयाब रही तो अन्य जगह भी लगाई जाएगी।
रामनगर, जेएनएन : जंगल से हाथियों को आबादी में आने से रोकने के लिए वन विभाग ने ट्रायल बेस पर टेटीकल फेंसिंग लगानी शुरू कर दी है। फेंसिंग कामयाब रही तो अन्य जगह भी लगाई जाएगी। तराई पश्चिमी वन प्रभाग के अंतर्गत छोई गाव में हाथियों का उत्पात रहता है। पुरानी सोलर फेंसिंग को हाथी तोड़कर आबादी में घुस जाते है। ग्रामीण वन विभाग से हर बार हाथियों द्वारा फसल क्षति की शिकायत करते हैं। ऐसे में अब गेबुआ क्षेत्र में टेटीकल फेंसिंग लगाई जा है।
टेटीकल फेंसिंग कैसे काम करेगा
जिन क्षेत्रों से हाथियों की आवाजाही हो रही है, वहां टेटीकल फेसिंग में टी आकार के पोल लगाए गए हैं। जिनमें कुछ ऊंचाई पर बिजली की झालर लगाई जाएगी। पांच वोल्ट क्षमता का करट झालर में छोड़ा जाएगा। जब हाथी इन झालर के बीच से निकलेगा तो उसे करंट महसूस होगा। अन्य जंगली जानवर झालर के नीचे से आसानी से निकल सकेंगे। बैलपड़ाव रेजर संतोष पंत ने बताया कि अभी इसे ट्रायल बेस पर लगाया गया है। जहां टेटीकल फेंसिंग लगाई गई है, वहां कैमरे लगाकर इसकी मॉनिटरिग की जा रही है। हाथी इस फेंसिंग को नहीं तोड़ सकते।
फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं हाथी
गौरतलब है कि जंगल से सटे आबादी वाले इलाकों में आएदिन हाथी उत्पात मचाते हैं। फसलों को नुकसान पहुंचाने के साथ ही अक्सर ग्रामीणों पर हमला करने से भी नहीं चूकते। ग्रामीणों की शिकायत पर वन विभाग हाथियों को भगाने के लिए पहुंचता जरूर है मगर तब तक हाथी फसल तबाह कर चुके होते हैं। ऐसे में वन विभाग ने अब हाथियों को आबादी में घुसने से रोकने के लिए टेंटीकल फेंसिंग की मदद लेने का निर्णय लिया है।
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