Uttarakhand: रामनगर में बरसाती नाले में पलटी यात्रियों से भरी बस, मौत को नजदीक देख सहमे लोग

Ramnagar Bus Accident बस की खिड़कियों के शीशे तोड़कर यात्रियों को बाहर निकाला गया। बस में दो बच्चे भी सवार थे लेकिन सभी को नाले से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। हादसे के बाद यात्रियों में चीख पुकार मच उठी।

By trilok rawatEdited By: Publish:Sat, 01 Apr 2023 10:47 AM (IST) Updated:Sat, 01 Apr 2023 10:47 AM (IST)
Uttarakhand: रामनगर में बरसाती नाले में पलटी यात्रियों से भरी बस, मौत को नजदीक देख सहमे लोग
Ramnagar Bus Accident : पानी के तेज बहाव के कारण बस असंतुलित होकर नाले में पलट गई।

संस, रामनगर : Ramnagar Bus Accident : यहां डौनपरेवा जा रही यात्रियों से भरी बस टेड़ा नाले में बहकर पलट गई। गनीमत रही कि चालक-परिचालक सभी 27 लोगों की जान बच गई। हादसे के बाद यात्रियों में चीख पुकार मच उठी।

बस की खिड़कियों के शीशे तोड़कर यात्रियों को बाहर निकाला गया। बस में दो बच्चे भी सवार थे लेकिन सभी को नाले से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इस प्रकार बड़ा हादसा टल गया रामनगर से प्राइवेट बस संख्या यूके 04 पीए 0362 शुक्रवार अपराह्न दो बजे करीब दो दजर्न यात्रियों को लेकर नैनीताल रामनगर से डोनपरेवा जा रही थी।

वर्षा के चलते आसपास के नदी-नाले उफान पर थे

बस को चालक योगेश कुमार ले जा रहा था। यहां सुबह से हो रही वर्षा के चलते आसपास के नदी-नाले उफान पर थे। रामनगर से दो किलोमीटर दूरी पर स्थित बरसाती नाले को पार करने के लिए चालक ने बस आगे बढ़ा दी। इसी बीच पानी के तेज बहाव के कारण बस असंतुलित होकर नाले में पलट गई।

बस पलटते ही उसमें सवार यात्री मदद के लिए चिल्लाने लगे। बस पलटते ही पानी का बहाव दूसरी ओर को हो गया। आसपास के लोगों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर बस के शीशे तोड़कर यात्रियों को एक-एक कर बाहर निकाला। बस में दो छोटे बच्चे भी सवार थे।  इधर सूचना मिलने पर कोतवाली से पुलिस कर्मी भी मौके पर पहुंचे।

तहसीलदार विपिन पंत, पटवारी मो. आरिफ हुसैन, अग्रिशमन कर्मचारी भी मौके के लिए रवाना हुए, लेकिन बीच में पड़ने वाले एक और बरसाती नाले ने लोगों की राह रोक दी। तहसीलदार विपिन पंत व पटवारी आरिफ हुसैन लोडर मशीन में बैठकर दूसरी ओर पहुंचे।

इधर नाले में पानी का तेज बहाव के कारण पलटी हुई बस को देर शाम तक बाहर नहीं निकाला जा सका था। बस को निकालने के लिए नाले का जलस्तर कम होने का इंतजार किया जा रहा है।

फरिश्ते से कम नहीं थे यात्रियों को बचाने वाले लोग

डौनपरेवा जा रहे बस सवार लोगों ने मौत को बेहद नजदीक से देखा। बस में फंसे यात्री मदद के लिए चीखते चिल्लाते रहे। तभी आसपास के करीब दो दर्जन लोग यात्रियों के लिए भगवान के रूप में सामने आए। नाले में बस पलटने के करीब 10 मिनट तक यात्री बस में ही फंसे रहे। वहां मदद को पहुंचे लोगों ने खिड़की के शीशे तोड़कर यात्रियों को बाहर निकाला।

सूचना देरी से मिलने की वजह से पुलिस प्रशासन मदद के लिए यात्रियों तक नहीं पहुंच पाया। काफी देर तक यात्री सहमे नजर आए। यात्रियों के मुताबिक बस चालक योगेश कुमार उफनाए नाले में पानी के बहाव को भांप नहीं सका। नतीजतन बस अनियंत्रित होकर नाले में पलट गई। इससे नाले के दोनों छोर पर खड़े ग्रामीण व अन्य लोगों में हड़कंप मच गया। गनीमत रही कि बस जिस ओर गिरी वहां पर पानी का बहाव कम था।

आनन फानन में बस चालक-परिचालक व कुछ यात्री शीशा तोड़कर बस के ऊपर खड़े हो गए। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बिना संसाधन के बस के समीप पहुंचकर यात्रियों को हाथ पकड़कर सुरक्षित जगह तक पहुंचाया। इस बीच कई यात्री पलटी बस के ऊपर ही खड़े रहे। यदि बर फिर पलटी मारती तो कई यात्री पानी के तेज बहाव में बह जाते।

इस घटना के बाद यात्रियों के चेहरों पर काफी देर तक दहशत दिखी। यात्रियों का कहना था कि उनके लिए मददगार भगवान बनकर आए। हालांकि सूचना मिलते ही दमकल के कई कर्मचारी, पुलिस कर्मी, तहसीलदार, पटवारी मौके पर पहुंच गए थे। लेकिन पानी का बहाव इतना ज्यादा बढ़ गया था कि वह घटनास्थल तक नहीं पहुंच पाए।

chat bot
आपका साथी