...जब दिग्गज नेता केसी पंत ने दीवार पर लिखे नारे को बना लिया सियासी हथियार

1971 के आम चुनाव में कांग्रेस की ओर से गरीबी हटाओ समाजवाद लाओ का नारा दिया गया। इस चुनाव में कांग्रेस की ओर से नैनीताल सीट से दिग्गज नेता केसी पंत प्रत्याशी थे।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 06 Apr 2019 04:42 PM (IST) Updated:Sat, 06 Apr 2019 04:42 PM (IST)
...जब दिग्गज नेता केसी पंत ने दीवार पर लिखे नारे को बना लिया सियासी हथियार
...जब दिग्गज नेता केसी पंत ने दीवार पर लिखे नारे को बना लिया सियासी हथियार

नैनीताल, जेएनएन : 1971 के आम चुनाव में कांग्रेस की ओर से गरीबी हटाओ, समाजवाद लाओ का नारा दिया गया। इस चुनाव में कांग्रेस की ओर से नैनीताल सीट से दिग्गज नेता केसी पंत प्रत्याशी थे। पंत 1962 से 71 तक लगातार सांसद थे तो उनके खिलाफ जनता में नाराजगी भी थी। मगर दिग्गज नेता पंत ने अपने खिलाफ माहौल को ही चुनावी हथियार बना लिया और जीत दर्ज की।

पूर्व पालिकाध्यक्ष श्याम नारायण बताते हैं कि मल्लीताल रामलीला मैदान में कांग्रेस की चुनावी सभा थी। मैदान के पीछे किसी विरोधी ने दीवार पर गरीबी हटाओ, समाजवाद लाओ के नारे पर तंज कसते हुए नौ साल बाद आया हूं, समाजवाद लाया हूं लिख दिया। सभा में भारी भीड़ पंत को सुनने आई थी। पंत ने दीवार में खुद के खिलाफ लिखा नारा देख लिया तो उन्होंने अपने संबोधन में उस नारे को ही सियासी हथियार बना लिया। पंत ने कहा कि वास्तव में गरीबों के हित के लिए समाजवादी व्यवस्था नौ साल बाद आ रही है। उनके इस संबोधन के बाद नाराजगी कम हो गई। पंत लगातार नौ साल से सांसद थे। इस वजह से विरोधियों द्वारा नारा लिखा गया था। पूर्व चेयरमैन के अनुसार 1971 के आम चुनाव में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का हल्द्वानी आने का कार्यक्रम भी बना, लेकिन खराब मौसम की वजह से नहीं आ सकी।

1966 में इंदिरा गांधी नैनीताल आई तो इसका श्रेय एनडी तिवारी को जाता है। इंदिरा के कार्यक्रम की वजह से पहली बार नैनीताल में जनसभा के लिए मंच बनाया गया। इस जनसभा की मुख्य वजह थी कि दिग्गज नेता एनडी तिवारी कांग्रेस में शामिल हुए थे। उनके अनुसार तब जनसभा में मुद्दों की बात होती थी। एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप की राजनीति नहीं होती थी। चुनाव की सभा में भाषण सुनने के लिए लोग खुद ही पहुंच जाते थे।

यह भी पढ़ें : मोदी पर बरसीं बसपा मायावती, कहा-चौकीदारी की नाटकबाजी नहीं बचा पाएगी भाजपा को

यह भी पढ़ें : सौम्‍या गुरुरानी ने 30वीं रैंक तो शैलजा पांडे ने पहले प्रयास में आइएएस में हासिल की सफलता

chat bot
आपका साथी