Independence Day 2022 : हल्द्वानी के रामलीला मैदान में मनाई गई थी आजादी की पहली वर्षगांठ

Independence Day 2022 आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के लिए आज जो उत्साह है। कुछ ऐसा ही स्वतंत्रता की पहली वर्षगांठ मनाने को लेकर था। हल्द्वानी के रामलीला मैदान में आजादी का जश्न पूरे उल्‍लास से मनाया गया था।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 14 Aug 2022 09:41 AM (IST) Updated:Sun, 14 Aug 2022 09:41 AM (IST)
Independence Day 2022 : हल्द्वानी के रामलीला मैदान में मनाई गई थी आजादी की पहली वर्षगांठ
Independence Day 2022 : हल्द्वानी के रामलीला मैदान में मनाई गई थी आजादी की पहली वर्षगांठ

गणेश पांडे, हल्द्वानी : Independence Day 2022 : आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के लिए आज जो उत्साह है। कुछ ऐसा ही स्वतंत्रता की पहली वर्षगांठ मनाने को लेकर था। हल्द्वानी के रामलीला मैदान में आजादी का जश्न मनाया गया था। स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रहे शहर के तमाम स्वाधीनता सेनानी उस समारोह के गवाह बने थे।

स्वतंत्रता सेनानी गंगा प्रसाद ने साझा की थीं यादें

कालाढूंगी रोड पांडे निवास कालोनी के रहने वाले 70 वर्षीय सुंदर लाल देवल ने आजादी के पांच साल बाद जन्म लिया था। पिता स्व. गंगा प्रसाद स्वतंत्रता सेनानी थे। सुंदर लाल देवल बताते हैं कि पिताजी ने आजादी के पहली वर्षगांठ के समारोह के अनुभव कईं बार परिवार के साथ साझा किए थे।

रामलीला मैदान हल्द्वानी में मना था पहला जश्न

आजादी के समय हल्द्वानी की बसासत बहुत कम थी। सार्वजनिक आयोजन रामलीला मैदान में हुआ करते थे। आजादी की पहली वर्षगांठ को रामलीला मैदान में मनाया गया था। आजादी की पहली प्रभातफेरी में मधुर स्वर में नारा गूंजा था, 15 अगस्त अमर रहे।

आज भी पिता की सहेज रखी है फाेटा

स्वाधीनता सेनानी के अलावा महिलाएं, बच्चे भी इसमें शामिल हुए। तब नारा गूंजा था, उठ जाग मुसाफिर भोर भई, अब रैन कहां जो सोवत है..। उस समय की यादगार फोटो सुंदर लाल के पिता के पास सुरक्षित थी। उन यादों को आज भी सहेजकर रखा है।

फोटो में सबको पहचानना आसान नहीं

तब पहली पंक्ति में शंकर शर्मा, राम प्रसाद, बाबू राम कप्तान रस्सी वाले, ललित मित्तल, खुद गंगा प्रसाद समेत अन्य स्वाधीनता सेनानी बैठे थे। कुछ महिला सेनानी भी फोटो में दिखाई दे रही हैं। हालांकि अब इन्हें पहचाने वाला कोई नहीं है।

स्वाधीनता सेनानी ललित मित्तल ने बाद में शहर में ललित आर्य महिला इंटर कालेज की नींव रखी थी। पिता व उनके साथियों की फोटो देखकर सुंदर लाल देवल भावुक हो जाते हैं। आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए वह उत्साहित हैं।

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