बागेश्वर में भारी बारिश से तीन मकान ध्वस्त, पांच सड़कों पर आवागमन पूरी तरह रहा ठप

शीशाखानी के प्रधान जानकी देवी बबलू वर्मा पूर्व प्रधान हरीश मनराल सरपंच नरेश उप्रेती आदि ने कहा कि सड़क को लेकर चक्काजाम धरना प्रदर्शन के बावजूद भी जिला प्रशासन नहीं चेता है। उन्होंने कहा कि सड़क दुरुस्त नहीं होने से लगभग दस हजार की जनसंख्या प्रभावित हो गई है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Thu, 09 Sep 2021 05:46 PM (IST) Updated:Thu, 09 Sep 2021 05:46 PM (IST)
बागेश्वर में भारी बारिश से तीन मकान ध्वस्त, पांच सड़कों पर आवागमन पूरी तरह रहा ठप
जौलकांडे मोटर मार्ग दुर्घटनाओं को दावत दे रहा है। सुबह एक डंपर गड्ढ़ों से उतर कर पहाड़ी से टकरा गया।

बागेश्वर: जिले में बारिश का दौरा जारी है। गुरुवार की सुबह हुई झमाझम बारिश से तीन मकान ध्वस्त हो गए हैं। जबकि पांच सड़कों पर आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है। जिससे लगभग पांच हजार से अधिक जनसंख्या प्रभावित हो गई है। जौलकांडे मोटर मार्ग दुर्घटनाओं को दावत दे रहा है। सुबह एक डंपर गड्ढ़ों से उतर कर पहाड़ी से टकरा गया। घटना में चालक बालबाल बच गया है।

जिले में बारिश के कारण सड़कों पर मलबा, बोल्डर आदि आने का सिलसिला जारी है। जिसके कारण गरुड़-द्यौनाई, भयूं-गडेरा, फरसाली, शामा-नौकुड़ी, रिखाड़ी-बाछम समेत पांच मोटर मार्ग मलबा आने से अवरुद्ध हो गए हैं। वहीं, अतिवृष्टि से ग्वाडृपजेणा गांव निवासी शंकर राम पुत्र लछम राम, खुल्दौड़ी निवासी खुशाल सिंह पुत्र राम सिंह का मकान ध्वस्त हो गया है। मटियोली निवासी हेमंत कुमार पुत्र राजेंद्र प्रसाद का मकान आंशिक क्षतिग्रस्त हो गया है। प्रभावितों ने पड़ोसियों के घर में शरण ली है। इधर, जिला आपदा अधिकारी शिखा सुयाल ने कहा कि सड़कों को खोलने के लिए लोडर मशीन लगाई गई है। 

जौलकांडे सड़क पर पलटा डंपर हादसा टला

जौलकांडे-लेटी-शीशाखानी मोटर मार्ग की हालत खस्ताहाल है। गुरुवार की सुबह डंपर पहाड़ी से टकरा गया। हालांकि किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। ग्राम प्रधान जौलकांडे प्रिया उप्रेती ने कहा कि 2005 में नौ किमी सड़क काटी गई। 2015-17 में डामरीकरण हुआ। उन्होंने बताया कि जौलकांडे से शीशाखानी की तरफ नौ किमी सड़क फिर काटी गई है। लेकिन डामरीकरण नहीं हो सका है। आए दिन सड़क पर हादसे हो रहे हैं। शीशाखानी के प्रधान जानकी देवी, बबलू वर्मा, पूर्व प्रधान हरीश मनराल, सरपंच नरेश उप्रेती आदि ने कहा कि सड़क को लेकर चक्काजाम, धरना, प्रदर्शन के बावजूद भी जिला प्रशासन नहीं चेता है। उन्होंने कहा कि सड़क दुरुस्त नहीं होने से लगभग दस हजार की जनसंख्या प्रभावित हो गई है। इधर प्रधानमंत्री सड़क योजना के अधिशासी अभियंता राजेंद्र क्वीरियाल ने बताया कि सड़क की मरम्मत के लिए आंगणन शासन को भेजा गया है। 

विकास भवन सड़क में अनगिनत गड्ढ़े

विकास भवन को जोड़ने वाली सड़क में अनगिनत गड्ढ़े बन गए हैं। जिसके कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कार्यालय आने-जाने वाले अधिकारी, कर्मचारी भी परेशान हैं। सड़क में एक चूक भी सीधे सरयू तक वाहन को पहुंचा सकती है।

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