हाई कोर्ट की सख्ती से जल प्रदूषित करने वाली प्रदेश की 15 फैक्ट्रियों पर ताला

प्रदूषण नियंत्रण के प्रति हाई कोर्ट सख्त हुआ तो राज्य की कई फैक्ट्रियों से निकलने वाले गंदे पानी के नमूनों की जांच में 15 फैक्ट्रियों के नमूने फेल हो गए।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 27 Apr 2019 07:46 PM (IST) Updated:Sat, 27 Apr 2019 07:46 PM (IST)
हाई कोर्ट की सख्ती से जल प्रदूषित करने वाली प्रदेश की 15 फैक्ट्रियों पर ताला
हाई कोर्ट की सख्ती से जल प्रदूषित करने वाली प्रदेश की 15 फैक्ट्रियों पर ताला

ऊधमसिंह नगर, जेएनएन : प्रदूषण नियंत्रण के प्रति हाई कोर्ट सख्त हुआ तो राज्य की कई फैक्ट्रियों से निकलने वाले गंदे पानी के नमूनों की जांच कराई गई। जांच में 15 फैक्ट्रियों के नमूने फेल हो गए। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इन सभी फैक्ट्रियों को सील कर दिया। इससे उद्यमियों में हड़कंप मचा हुआ है। हाई कोर्ट ने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को फैक्ट्रियों से निकलने वाले प्रदूषण की जांच कर कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। इस पर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने फैक्ट्रियों से छोड़े जाने वाले गंदा पानी के नमूनों की जांच कराई।

जांच में ऊधमसिंह नगर के रुद्रपुर की पांच, सितारगंज की दो, रुड़की व हरिद्वार की छह व देहरादून की दो फैक्ट्रियों के पानी के नमूने फेल पाए गए। इन सभी को सील कर दिया गया। पीसीबी यूएस नगर ने शुक्रवार को रुद्रपुर की तीन व सितारगंज की दो फैक्ट्रियों को सील कर दिया था। शनिवार को रुद्रपुर की सनसेरा इंजीनियर कंपनी व रूप पॉलीमर कंपनी को सील कर दिया गया। पीसीबी यूएस नगर के क्षेत्रीय अधिकारी सुभाष चंद्र पंवार ने बताया कि मानक पूरा न करने पर शनिवार को रुद्रपुर की दो फैक्ट्रियों को सील कर दिया गया। टीम में पर्यावरण अभियंता राकेश कंडारी, एन गोस्वामी आदि मौजूद थे। बताया जा रहा है कि कुछ दिन में चमोली की दो फैक्ट्रियों पर कार्रवाई की जा सकती है।

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