गुरुद्वारे के सेवादार ने किशोरियों से दुष्कर्म के बाद कर दी थी हत्या, फांसी की सजा पर सुनवाई पूरी

निचली कोर्ट से दुष्कर्म व हत्या के मामले में अभियुक्त को सुनाई गई फांसी की सजा पर हाई कोर्ट ने सुनवाई पूरी कर फैसला सुरक्षित रख लिया है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 02 Oct 2019 08:48 AM (IST) Updated:Wed, 02 Oct 2019 08:48 AM (IST)
गुरुद्वारे के सेवादार ने किशोरियों से दुष्कर्म के बाद कर दी थी हत्या, फांसी की सजा पर सुनवाई पूरी
गुरुद्वारे के सेवादार ने किशोरियों से दुष्कर्म के बाद कर दी थी हत्या, फांसी की सजा पर सुनवाई पूरी

नैनीताल, जेएनएन : नेपाल मूल की रहने वाली दो किशोरियों की दुष्‍कर्म करने के बाद हत्‍या की घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया था। मामले में पॉक्‍सो कोर्ट ने अभियुक्‍त को हत्‍या और दुष्‍कर्म का दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई थी। निचली अदालत के फैसले के हाईकोर्ट में चुनौती दी गई। मामले में सुनवाई पूरी हो चुकी है और कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। 

पिछले साल ऋषिकेश में एक गुरुद्वारे के सेवादार सरदार प्रणव सिंह ने नेपाली मूल की दो किशोरियों की दुष्कर्म करने के बाद हत्या कर दी थी। मामले सामने आया तो पूरे प्रदेश को इस जघन्‍य अपराध ने झकझोर कर रख दिया। जिसके बाद पुलिस ने दुष्कर्म व हत्या का केस दर्ज करते हुए प्रणव सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। जांच के दौरान आरोपित के बाल और डीएनए मैच हो गए थे। दून की पॉक्सो कोर्ट ने अभियुक्त को हत्या व दुष्कर्म का दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई थी। यह मामला हाई कोर्ट पहुंचा तो कोर्ट ने वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद वशिष्ठ को न्याय मित्र नियुक्त किया। साथ ही दुष्कर्म व हत्या मामले की जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश करने के निर्देश दिए। न्यायाधीश न्यायमूर्ति आलोक सिंह व न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह की खंडपीठ ने मामले में सुनवाई की। इस दौरान न्याय मित्र द्वारा रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल की, जिसके बाद खंडपीठ ने फैसला सुरक्षित रख लिया।

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