देवी मंदिर की धर्मशाला निर्माण के लिए खोदाई में नरसिंह की मूर्ति मिली nainital news

ऊपरी रामगंगा घाटी में मुवानी के मायल गांव में देवी मंदिर की धर्मशाला निर्माण के लिए खोदाई में नरसिंह की मूर्ति मिली है। मूर्ति ग्रेनाइट पत्थर की है जिसे नौवीं शताब्दी का माना जा र

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 16 Jun 2019 10:27 AM (IST) Updated:Mon, 17 Jun 2019 01:55 PM (IST)
देवी मंदिर की धर्मशाला निर्माण के लिए खोदाई में नरसिंह की मूर्ति मिली nainital news
देवी मंदिर की धर्मशाला निर्माण के लिए खोदाई में नरसिंह की मूर्ति मिली nainital news

थल/पिथौरागढ़, जेएनएन : ऊपरी रामगंगा घाटी में मुवानी के मायल गांव में देवी मंदिर की धर्मशाला निर्माण के लिए खोदाई में नरसिंह की मूर्ति मिली है। मूर्ति ग्रेनाइट पत्थर की है, जिसे नौवीं शताब्दी का माना जा रहा है।

मायल गांव में मायल देवी का मंदिर है। ग्रामीणों द्वारा मायल देवी मंदिर परिसर में एक धर्मशाला का निर्माण किया जा रहा है। ग्रामीणों ने जब मंदिर परिसर में ही धर्मशाला निर्माण के लिए खोदाई की तो इसमें लगभग एक फीट से अधिक लंबी ग्रेनाइट पत्थर की नरसिंह की मूर्ति सहित एक अन्य मूर्ति मिली। धर्मशाला निर्माण के दौरान खुदाई में नरसिंह की मूर्ति मिलते ही ग्रामीण चकित रह गए। ग्रामीणों की आस्था बढ़ती गई। पूरे गांव सहित क्षेत्र में मूर्ति मिलने की बात फैल गई। बात फैलते ही आसपास के ग्रामीण भी पहुंचने लगे । 

गांव के युवा समाजसेवी राकेश चंद ने बताया कि धर्मशाला का कार्य मायल देवी मंदिर के निकट ही हो रहा है। ग्रामीण कार्य कर रहे हैं। कार्य के दौरान नरसिंह की मूर्ति और उसी से संबंधित मूर्ति मिली। ग्रामीणों द्वारा दोनों मूर्तियों को सुरक्षित स्थल पर रखा गया है। इसकी सूचना पुरातत्व विभाग को दे दी है। मूर्तियों का चित्र भेजे जाने पर पुरातत्व विभाग अल्मोड़ा के प्रभारी डॉ. चंद्र सिंह चौहान ने बताया कि मूर्ति नरसिंह की है। यह मूर्ति नौंवी शताब्दी की है जो ग्रेनाइट पत्थर की है। मूर्ति के मायल गांव के मंदिर में मिलने के संबंध में उन्होंने बताया कि स्थल का निरीक्षण करने के बाद भी इसके बारे में जाना जा सकता है। उन्होंने बताया कि मूर्ति को पिथौरागढ़ के संग्रहालय में रखा जाएगा।

यह भी पढ़ें : अल्संख्यक समुदाय की मेधावी बालिकाओं को प्रोत्साहन राशि देगी सरकार

यह भी पढ़ें : जलस्रोतों का संरक्षण कर राजेन्‍द्र बिष्‍ट ने बुझाई 56 सौ परिवारों की प्यास, जानें इनके प्रायास को

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप

chat bot
आपका साथी