Uttarakhand News: पूर्व सीएम हरीश रावत अचानक कार से उतरे और धरने पर बैठ गए, देखें वीडियो

गुरुवार को हरिद्वार जाते समय पूर्व सीएम हरीश रावत एनएच 109 से गुजरे। इस दौरान सड़क पर भारी गड्डों को देख उन्होंने अचानक गाड़ी रुकवाई और सड़क ठीक कराने को धरने पर बैठ गए। धूप के बीच ही वह एक घंटे तक गड्ढों के बीच बैठ कर धरना देते रहे।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Thu, 26 May 2022 07:51 PM (IST) Updated:Thu, 26 May 2022 07:51 PM (IST)
Uttarakhand News: पूर्व सीएम हरीश रावत अचानक कार से उतरे और धरने पर बैठ गए, देखें वीडियो
उन्होंने एक वीडियो जारी कर सोशल मीडिया के माध्यम से धरने में बैठने की जानकारी दी।

जागरण संवाददाता, लालकुआं : पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बरेली रोड के मोटाहल्दू के पास राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 109 का निर्माण पूर्ण न होने तथा मार्ग में जगह-जगह गड्ढे होने से नाराज होकर दोपहर की चिलचिलाती धूप में सड़क पर बैठकर एक घंटे तक धरना दिया। उन्होने सोशल मीडिया के माध्यम से धरने की जानकारी भी साझा की। 

चंपावत उपचुनाव में प्रचार करने के पश्चात गत रात्रि सर्किट हाउस में रुके पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत गुरुवार की दोपहर को हरिद्वार के लिए निकले। इस दौरान एनएच 109 से गुजरते हुए उन्होंने मोटाहल्दू के समीप अपना काफिला रुकवा लिया, तथा सड़क में बने जगह-जगह विशालकाय गड्ढों को देखकर वह गाड़ी से उतरकर अकेले ही धरने पर बैठ गए।

#लालकुआं

ये #NH109, बरेली रोड है। लालकुआं से लेकर हल्द्वानी तक जिसको सर्वाधिक महत्वपूर्ण रोड माना जाता है। आज से लगभग 8 महीने पहले मैं अपने सहयोगी हरीश चंद्र दुर्गापाल जी व कांग्रेसजनों के साथ..https://t.co/KAIp4J5ift.. लेकिन इस प्रश्न को उठाएंगे!

#Lalkuan @pushkardhami pic.twitter.com/9nurwRIZxV

— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) May 26, 2022

दोपहर की चिलचिलाती धूप के बीच ही वह एक घंटे तक सड़क में गड्ढों के बीच बैठ कर धरना देते रहे। इस दौरान उन्होंने एक वीडियो जारी कर सोशल मीडिया के माध्यम से धरने में बैठने की जानकारी दी। तथा शासन प्रशासन को आगाह किया कि अभिलंब राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण कार्य पूर्ण कराया जाए। 

वर्षों से हाईवे का निर्माण पूर्ण नहीं हुआ है तथा सड़क पर बने जगह-जगह विशालकाय गड्ढों के चलते आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। तथा लोगों की जान जा रही है। परंतु सरकार एवं कार्यदाई संस्था को इससे कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने भविष्य में भी इस तरह के सामाजिक कार्यों में अपनी सहभागिता निभाने का वचन भी दोहराया। लगभग एक घंटा धरना देने के बाद वह कार में सवार होकर हरिद्वार को रवाना हो गये।

हरदा के अंदाज निराले हैं। वह राह चलते पकाैड़ा व जलेबी तलने से लेकर पहाड़ी उत्पादों की ब्रांडिंग के लिए मशहूर हैं। इसके साथ ही सोशल मीडिया पोस्ट से भी हमेशा चौंकाते रहे हैं। चुनाव परिणाम के आने के कुछ महीनों तक सियासी पोस्ट व ट्वीट करते रहे। इसी बीच उनके पुत्र ने भी ऐड़ा वाला ट्वीट कर चर्चित रहे।

वहीं 26 मई को हरिद्वार जाते समय अचानक से सड़क पर उतरकर अकेले बैठना उनके इसी अंदाज का एक रूप है। कुछ राजनीतिक जानकारों का कहना है कि चम्पावत उपचुनाव नजदीक आते-आते इस तरह के धरने और बढ़ सकते हैं।

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