डेंगू बुखार हो जाए तो घबराएं नहीं, बरतें ये सावधानियां

अगर आपको डेंगू का बुखार हो जाता है तो घबराने की जरूरत नहीं है। बल्कि आपको इस स्थिति में अपने ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखना चाहिए।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Mon, 13 Aug 2018 05:24 PM (IST) Updated:Thu, 23 Aug 2018 09:11 AM (IST)
डेंगू बुखार हो जाए तो घबराएं नहीं, बरतें ये सावधानियां
डेंगू बुखार हो जाए तो घबराएं नहीं, बरतें ये सावधानियां

हल्द्वानी, [जेएनएन]: डेंगू बुखार हो जाए और प्लेटलेट्स थोड़े भी कम हो जाएं तो मरीज से लेकर परिजनों की घबराहट बढ़ जाती है। जबकि इस स्थिति में घबराने की जरूरत नहीं है। अगर इस स्थिति में डेंगू बुखार से पीड़ित मरीज जरूरत से अधिक डरने लगे तो ब्लीडिंग होने का खतरा बढ़ जाता है। ब्लड प्रेशर अनियंत्रित होने लगता है। 

ऐसी स्थिति में प्लेटलेट्स के कम होने के बजाय शॉक सिंड्रोम से मरीज के जान जाने का खतरा बढ़ जाता है। हकीकत यह है कि इस तरह का बुखार 70 फीसद सामान्य दवाइयों से ठीक हो सकता है। यह सलाह रविवार को विवेकानंद अस्पताल के फिजीशियन डॉ. यतींद्र सिंह ने दी। वह दैनिक जागरण के हैलो डॉक्टर कार्यक्रम में मौजूद थे।

ऐसे जानें डेंगू का बुखार

ठंड के साथ बुखार आना

हाथ-पैर में चकते होना

उल्टी-दस्त होना 

पेट में भारीपन 

चिकनगुनिया के ये हैं लक्षण

तेज बुखार आना

सिर में दर्द होना 

जोड़ों में दर्द होना

मलेरिया के लक्षण

एक दिन छोड़कर बुखार आना

बहुत ज्यादा ठंड लगना

पीलिया भी हो सकता है

बेहोशी छा जाना 

बरतें सावधानी

घरों व आसपास पानी जमा न होने दें

मच्छरदानी का उपयोग करें

पूरे बदन के कपड़े पहनें 

शुद्ध पानी पीये

कब होना चाहिए भर्ती 

सामान्य तौर पर डेंगू बुखार के 70 फीसद मरीज उपचार से ठीक हो जाते हैं। अगर जोड़ों में दर्द लंबे समय तक बना रहे, हो, प्लेटलेट्स 50 हजार से कम हो तो फिजीशियन से संपर्क करें।

खुद न लें दर्द निवारक गोली

डॉ. यतींद्र ने बताया, सबसे अधिक खराब स्थिति अपने मन से दर्द निवारक गोलियों का सेवन करना है। मच्छरजनित बीमारियों में पेन किलर से प्लेटलेट्स तेजी से गिरने लगते हैं और रक्तस्राव का खतरा भी बढ़ जाता है।

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