एडीजी लाॅ एंड ऑर्डर ने कहा - नशे को कुचलें, इसने पंजाब के युवाओं की जिंदगी बर्बाद कर दी

अपर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार (अपराध व कानून व्यवस्था) अशोक कुमार ने कहा कि उत्तराखंड में नशे की शुरुआत है। जरूरत है इसे राेका जाए।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Fri, 20 Sep 2019 07:19 PM (IST) Updated:Fri, 20 Sep 2019 07:19 PM (IST)
एडीजी लाॅ एंड ऑर्डर ने कहा - नशे को कुचलें, इसने पंजाब के युवाओं की जिंदगी बर्बाद कर दी
एडीजी लाॅ एंड ऑर्डर ने कहा - नशे को कुचलें, इसने पंजाब के युवाओं की जिंदगी बर्बाद कर दी

अल्मोड़ा, जेएनएन : अपर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार (अपराध व कानून व्यवस्था) अशोक कुमार ने कहा कि उत्तराखंड में नशे की शुरुआत है। उन्होंने आगाह किया कि पंजाब के युवाओं को बर्बाद करने के लिए सीमा पार से ऐसे ही नशे का कारोबार शुरू किया गया था। कप्तान से कहा कि नशे के सौदागरों को गुंडाएक्ट में निरुद्ध कर जिला बदर कर संपत्ति जब्त करें। दो टूक कहा कि साठगांठ करने वाले पुलिस कर्मी भी सीधे जेल जाएंगे। 

शारदा पब्लिक स्कूल के सभागार में शुक्रवार को एडीजी अशोक जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधित रहे थे। उन्होंने खासतौर पर विद्यार्थियों से सकारात्मक होने व रचनात्मकता की ओर कदम बढ़ाने का आह्रवान किया। माना कि पुलिस में भी एक फीसद गलत लोग हो सकते हैं, लेकिन नशे के सौदागरों से मिलीभगत करने वालों को बर्खास्त कर सीधे जेल भेजा जाएगा। उन्होंने पंजाब में अपनी पूर्व में तैनाती का हवाला देते हुए कहा कि हेरोइन की सप्लाई पाकिस्तान करता है। एक लाख रुपया किलो हेरोइन बॉर्डर पार होते ही एक करोड़ में बिकती है। इस रकम का इस्तेमाल आतंकवाद को बढ़ावा देने में किया जाता है। आइएसआइ ने पंजाब के मेहनतकश युवाओं को बर्बाद करने की साजिश की थी, जो अब काबू में है। सतर्क किया कि उत्तराखंड में भी ऐसी ही शुरुआत हो रही है। जनजागरूकता से इस साजिश का खात्मा किया जा सकता है। 

नशा बेचने वालों का करें बहिष्कार 

एडीजी ने कहा, नशे के कारोबारियों का बहिष्कार शुरू कर दें। मांग ही नहीं होगी तो नशा कौन, किसे, कैसे बेचेगा। इसके लिए सप्लाई व डिमांड साइड दोनों पर नजर रखनी होगी। मातहतों से कहा कि पता लगाए कि नशीला पदार्थ कहां से किसके पास जाना था। विद्यार्थियों से कहा कि विद्यालय परिसर के इर्द-गिर्द संदिग्ध व्यक्ति मंडराता दिखे तो तत्काल पुलिस को बताएं। मातहतों से कहा कि शिकायतकर्ता का नाम सार्वजनिक न करें। इससे विश्वसनीयता घटेगी। 

अधिवक्ता न होने दें जमानत : डीआइजी 

डीआइजी कुमाऊं जगतराम जोशी ने कहा, पुलिस नशे के सौदागरों को पकड़ती है। वे जेल जाते हैं, लेकिन जमानत पर बाहर आ जाते हैं। उन्होंने अधिवक्ताओं का आह्वïान किया कि नशे के कारोबारियों की पैरवी कर जमानत न दिलाएं। ताकि उन्हें सबक मिल सके। बोले कि अभिभावक बच्चों को स्कूल भेज निश्चिंत न बैठें। पता करें विद्यालय ही जा रहा या दोस्ती में बिगड़ रहा। महंगी बाइक व मोबाइल देकर न बिगाड़ें। 

फिल्मों के जरिये जनचेतना 

जनसंवाद कार्यक्रम में शारदा पब्लिक स्कूल के साथ ही आर्मी पब्लिक स्कूल व होटल मैनेजमेंट संस्थान के विद्यार्थियों को दो फिल्में दिखाई गई। एक बच्चों व दूसरे अभिभावकों के लिए। इसमें दिखाया गया कि नशा दोस्तों की राय पर प्रयोग के तौर पर शुरू होता है, जिसका अंजाम बेहद दुखद रहता है। 

बच्चों ने पूछा, क्यों न शराब सिगरेट की बिक्री बंद हो

खुले मंच पर विद्यार्थियों ने एडीजी से कई सवाल पूछे। छात्राओं ने पूछा कि शराब बंदी कैसे होगी, जब बॉलीवुड वाले ही खुलकर प्रचार करते हैं। एडीजी ने कहा, उस ओर ध्यान न दें। अर्जुन व एकलव्य की तरह अपने लक्ष्य में जुटें कि कैसे जिंदगी को सफल बनाया जा सकता है। खेल, पढ़ाई व सेहत को दुरुस्त रखने का नशा पालें। सपने बड़े रखिए। एक छात्र ने पूछा कई तरह के अभियानों के बजाय तंबाकू को पूरी तरह बंद कर दिया जाए। इस दौरान चार बच्चों ने माना कि वे नशा करते हैं। 

यह भी पढ़ें : नर्सिंग होम संचालक और चिकित्‍सकों ने आयुष्‍मान योजना में लगाया भ्रष्‍टाचार का घुन, पढें पूरी खबर

chat bot
आपका साथी