समाज कल्याण के पास डंप 72 करोड़ की स्कॉलरशिप

पिछले तीन वर्ष की स्कॉलरशिप की 72 करोड़ से ज्यादा की रकम समाज कल्याण निदेशालय के खाते में डंप पड़ी है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Thu, 14 Dec 2017 02:02 PM (IST) Updated:Thu, 14 Dec 2017 08:55 PM (IST)
समाज कल्याण के पास डंप 72 करोड़ की स्कॉलरशिप
समाज कल्याण के पास डंप 72 करोड़ की स्कॉलरशिप

हल्‍द्वानी, [अनूप गुप्ता]: प्रदेश के हजारों विद्यार्थियों के लिए जारी की गई पिछले तीन वर्ष की स्कॉलरशिप की 72 करोड़ से ज्यादा की रकम समाज कल्याण निदेशालय के खाते में डंप पड़ी है। निदेशालय ने यह राशि जिलों को अप्रैल में आवंटित कर दी थी, लेकिन सूबे के हजारों छात्र वजीफा पाने के लिए भटक रहे हैं। निदेशालय का कहना है कि छात्रों के आधार नंबर का सत्यापन न होने से स्कॉलरशिप को देने से रोक दिया गया है।

 वर्ष 2014-15 और 2015-16 के साथ ही वर्ष 2016-17 की स्कॉलरशिप के लिए सरकार ने 77.54 करोड़ की धनराशि आवंटित की थी। समाज कल्याण निदेशालय ने अप्रैल में यह रकम प्रदेश के सभी 13 जिलों को भेजने की औपचारिकता तो पूरी कर दी, लेकिन स्कॉलरशिप की करीब 72 करोड़ रुपये की बड़ी रकम छात्रों के खातों में ट्रांसफर ही नहीं की गई है। जिला समाज कल्याण अधिकारियों के पास वजीफे की यह मोटी रकम अभी डंप पड़ी है। 

अनुसूचित जाति दशमोत्तर की केंद्र सरकार से मिली 46 करोड़ और पिछड़ी जाति पोस्ट मैट्रिक की सात करोड़ 64 लाख रुपये की धनराशि को बांटने की सुध ही नहीं ली जा रही। ऐसे में प्रदेश के हजारों गरीब छात्रों के समाने स्कॉलरशिप का संकट खड़ा है। साथ ही वजीफे के तौर पर मिलने वाली मदद जारी न होने से उनकी पढ़ाई पर भी खराब असर पड़ रहा है।

 समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य का कहना है कि आधार के सत्यापन न हो पाने से छात्रवृत्ति वितरण में विलंब हो रहा है। समाज कल्याण अधिकारियों को निर्देशित कर दिया है कि वे इसे जल्द पूरा करें। कोशिश है कि शीघ्र ही स्कॉलरशिप छात्रों के खातों में पहुंच जाए।

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