महिलाओं पर विवादित टिप्पणियों के खिलाफ मोर्चाबंदी, मांगा 33 फीसद आरक्षण

विमर्श संस्था की ओर से गुरुवार को जश्न-ए-संविधान कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें हर स्तर पर महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के पक्ष में आवाज बुलंद की गई।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Fri, 15 Feb 2019 10:33 AM (IST) Updated:Fri, 15 Feb 2019 10:33 AM (IST)
महिलाओं पर विवादित टिप्पणियों के खिलाफ मोर्चाबंदी, मांगा 33 फीसद आरक्षण
महिलाओं पर विवादित टिप्पणियों के खिलाफ मोर्चाबंदी, मांगा 33 फीसद आरक्षण

नैनीताल, जेएनए : उमड़ते सौ करोड़ लोग कार्यक्रम के अंतर्गत विमर्श संस्था की ओर से गुरुवार को जश्न-ए-संविधान कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें हर स्तर पर महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के पक्ष में आवाज बुलंद की गई। राजनीतिक दलों से संगठन में 33 फीसद महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने, संसद व विधानसभा में 50 फीसद आरक्षण देने पर जोर दिया गया। कार्यक्रम में राजनीतिज्ञों की महिलाओं के पहनावे, शारीरिक बनावट इत्यादि को लेकर की जा रही विवादित टिप्पणी पर तीव्र आक्रोश जताया गया।

गुरुवार को आर्य समाज भवन में आयोजित कार्यक्रम में बेतालघाट, रामगढ़, शहर व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों की करीब दो सौ महिलाएं-किशोरियां जुटीं। एक स्वर से राजनीतिक दलों से घोषणा पत्र में महिला आरक्षण के पक्ष में तथा महिला ङ्क्षहसा के खिलाफ मसलों को शामिल करने पर जोर दिया गया। किशोरियों ने माहवारी के दौरान भेदभाव होने और सुविधाएं नहीं मिलने पर चिंता जताई। विमर्श संस्था की कंचन भंडारी ने कहा कि आमचुनाव में महिला मुद्दे राजनीतिक दलों के घोषणा पत्र में शामिल हों, इसके लिए पुरजोर पहल की जाएगी। संचालन भावना कुंवर ने किया। इस अवसर पर मुन्नी, प्रेमा, गायत्री, उपासना, कमलेश, किरन, रेनू, किरन, हरीश, इंदर समेत अन्य थे।

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