ठेकेदार पर हुए हमले का मामला, पुलिस ने दो के खिलाफ मुकदमा किया दर्ज

नगर निगम के ठेकेदार पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने दो अज्ञात हमलावरों पर मुकदमा दर्ज किया है।

By Edited By: Publish:Mon, 22 Jun 2020 05:07 PM (IST) Updated:Mon, 22 Jun 2020 05:54 PM (IST)
ठेकेदार पर हुए हमले का मामला, पुलिस ने दो के खिलाफ मुकदमा किया दर्ज
ठेकेदार पर हुए हमले का मामला, पुलिस ने दो के खिलाफ मुकदमा किया दर्ज

रुड़की, जेएनएन। नगर निगम के ठेकेदार पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने दो अज्ञात हमलावरों पर मुकदमा दर्ज किया है। ठेकेदार ने आरोप लगाया कि महापौर लगातार उस पर टेंडर नहीं खरीदने और उसकी कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने की धमकी दे रहे थे। ठेकेदार का आरोप है कि महापौर के इशारे पर ही यह हमला हुआ है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है। 

नगर निगम में 18 जून को तीन करोड़ रुपयों के 98 कार्यों के टेंडर जारी हुए थे। निगम के ठेकेदार संजय गुप्ता ने रूबी इंटप्राइजेज कंपनी के नाम से टेंडर खरीदने पहुंचे थे। दोपहर के समय वह सभागार की बालकनी में बैठकर चाय पी रहे थे। इस दौरान दो नकाबपोश युवकों ने कुर्सी से संजय गुप्ता पर हमला कर दिया था। संजय गुप्ता ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल निकाली तो हमलावर बाइक पर बैठकर फरार हो गए थे। इस मामले में संजय गुप्ता उर्फ नीलू गुप्ता ने सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। 
इसमें आरोप लगाया कि नगर निगम के महापौर गौरव गोयल उन पर टेंडर नहीं खरीदने का दबाव बना रहे थे। कार्यो का भुगतान नहीं होने और कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने की धमकी दी थी। जिससे उसे अपने ऊपर हमला होने का अंदेशा था। सिविल लाइंस कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेश साह ने बताया कि पुलिस ने संजय गुप्ता उर्फ नीलू गुप्ता की तहरीर पर अज्ञात हमलावरों पर मुकदमा दर्ज किया है। इंस्पेक्टर साह ने बताया कि नीलू गुप्ता ने तहरीर में महापौर के इशारे पर हमला होने का आरोप लगाया है। इसकी भी गहनता से जांच की जाएगी। जांच में यदि आरोप सही पाए गए तो अन्यों पर भी मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
ठेके के गठजोड़ से कभी भी हो सकता है टकराव 
नगर निगम के कार्यों के ठेके को लेकर एक बड़ा गठजोड़ तैयार हो रहा है, जिसमें कई दबंग ठेकेदार और सफेदपोश भी शामिल है। नगर निगम के ठेकों को लेकर पिछले साल से ही गठजोड़ बनना शुरू हो गया था। नगर निगम चुनाव के दौरान ही कई लोगों ने लॉबिंग बनानी शुरू की थी, जिसके परिणाम अब सामने आ रहे हैं। ठेके को लेकर टकराव का यह पहला मामला नहीं है। पिछले साल लोक निर्माण विभाग के दफ्तर में टेंडर डालने के दौरान जमकर टकराव हुआ था। जमकर बवाल हुआ था। वहीं, 2005 में इंजीनियर राधेश्याम की हत्या के तार ठेके के विवाद से जुडे हुए थे।
नगर निगम के ठेके को लेकर दो गुट सक्रिय है। दोनों तरफ से शह मात का खेल चल रहा है। यह गठजोड़ कभी भी टकराव का कारण बन सकता है। पुलिस भी इसे लेकर सतर्क है। रुड़की नगर निगम के महापौर गौरव गोयल ने बताया कि नगर निगम में 107 ठेकेदार हैं। आज तक किसी ने उनकी शिकायत नहीं की है। पूर्व में किए गए घटिया कार्यों का पैमेंट कराने के लिए ठेकेदार नीलू गुप्ता उन पर दबाव बना रहे हैं। ठेकेदार की तरफ से जो भी आरोप उन पर लगाए गए है। वह सभी बेबुनियाद है। पुलिस की जांच में सत्यता सामने आ जाएगी। 
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