कुंभ संदेश यात्रा से सनातन धर्म का प्रचार

बुधवार को कुंभ संदेश यात्रा रुड़की पहुंची। बीटी गंज स्थित जैन धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत में कुंभ यात्रा में शामिल पदाधिकारियों ने बताया कि सनातन धर्म की परंपराओं के संरक्षण के लिए ही कुंभ यात्रा निकाली गई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 31 Mar 2021 07:08 PM (IST) Updated:Wed, 31 Mar 2021 07:08 PM (IST)
कुंभ संदेश यात्रा से सनातन धर्म का प्रचार
कुंभ संदेश यात्रा से सनातन धर्म का प्रचार

जागरण संवाददाता, रुड़की: बुधवार को कुंभ संदेश यात्रा रुड़की पहुंची। बीटी गंज स्थित जैन धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत में कुंभ यात्रा में शामिल पदाधिकारियों ने बताया कि सनातन धर्म की परंपराओं के संरक्षण के लिए ही कुंभ यात्रा निकाली गई है। कुंभ यात्रा के जरिये संयुक्त परिवार की परंपरा, वैदिक पद्धति अपनाने के लिए जागरूक करना ही मुख्य उद्देश्य है।

यह कुंभ संदेश यात्रा ग्रामोदय चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड टेक्नोलॉजी की तरफ से आयोजित की गई है। इस मौके पर कुंभ यात्रा के संस्थापक दिली बसंत ने बताया कि 19 फरवरी को कुंभ संदेश यात्रा हैदराबाद से शुरू हुई थी और रामेश्वर, कन्याकुमारी होते हुए सात हजार किलोमीटर का सफर तय करके दिल्ली पहुंची थी। दिल्ली से कुंभ संदेश यात्रा में शामिल 20 लोग सात दिन से पैदल यात्रा कर रुड़की पहुंचे हैं। यह यात्रा हरिद्वार जाकर संपन्न होगी। उन्होंने बताया कि इस यात्रा का मुख्य उ्द्देश्य यह है कि देशवासियों को कुंभ का असली महत्व बताया जा सके। साथ ही हरिद्वार में जाकर कुंभ में शामिल संतों से अनुभव भी साझा किया जाएगा। संतों से मिले अनुभव के आधार पर एक पुस्तक प्रकाशित की जाएगी। संस्था के पदाधिकारी मनकेना श्रीनिवास रेडी ने बताया कि इस संदेश यात्रा का मकसद सनातन धर्म का प्रचार करना है। कुंभ संदेश यात्रा के प्रवक्ता अविनाश राय ने कहा कि सनातन धर्म की रक्षा के उद्देश्य लेकर यात्रा निकाली गई है। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी संस्कृति से जुड़ी रहे और भारतीय संस्कृति के अनुरूप ही जीवन यापन करे। आचार्य दिनेश सिंह गंगवार ने कहा कोरोना वायरस महामारी ने हाहाकार मचाया। सनातनी धर्म से शुरू होने वाली हाथ जोड़ने वाली परंपरा ने ही महामारी से बचाया। इस मौके पर पर विकास त्यागी और सुशील त्यागी भी मौजूद रहे।

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