हरिद्वार: स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वराज राणा ने दुनिया को कहा अलविदा, राजकीय सम्मान के साथ किया अंतिम संस्कार
लक्सर के सीमली निवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वराज राणा का रविवार को निधन हो गया। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान उनके माता पिता जेल गए थे। जेल में ही उनका जन्म हुआ था। राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
संवाद सूत्र, लक्सर। लक्सर के सीमली निवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वराज राणा का रविवार को निधन हो गया। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान उनके माता पिता जेल गए थे। जेल में ही उनका जन्म हुआ था। राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
अंग्रेज शासकों को मिली थी राजाराम की जानकारी
वर्ष 1947 में देश को आजादी मिलने से पूर्व देश भर में ब्रिटिश शासन के खिलाफ आंदोलन तेज हो गए थे। इस दौरान लक्सर के सीमली निवासी राजाराम राणा के आंदोलन में शामिल होने की जानकारी अंग्रेज शासकों को मिली थी।
गिरफ्तार कर सहारनपुर जेल में डाल दिया था
इस पर स्वतंत्रता संग्राम में शामिल रहे राजाराम राणा और पत्नी शकुंतला देवी को वर्ष 1942 के आसपास अंग्रेज सरकार ने गिरफ्तार कर सहारनपुर जेल में डाल दिया था। उस समय शकुंतला देवी गर्भवती थी।
पांच जनवरी 1943 में जेल में जन्मे थे स्वराज
पांच जनवरी वर्ष 1943 में जेल में ही उन्होंने एक पुत्र को जन्म दिया। स्वराज पाने के लिए लड़ी जा रही लड़ाई के दौरान बेटे का जन्म होने पर राजाराम राणा ने बेटे का नाम भी स्वराज रखा था।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का दिया गया था दर्जा
सरकार की ओर से स्वराज राणा को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का दर्जा दिया गया था। वह लक्सर के सीमली में ही रह रहे थे। उनके निधन पर कई सामाजिक संगठनों ने भी शोक जताया है।
कुछ समय से चल रहे थे अस्वस्थ
स्वराज राणा के पौत्र हिमांशु राणा ने बताया कि बीते कुछ समय से वह अस्वस्थ चल रहे थे। 79 वर्ष की आयु में रविवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके परिवार में चार बेटे मुकेश राणा, उमेश राणा, शिवकुमार राणा, मुनीश राणा, और बेटी सुमन हैं।
गार्ड आफ आनर के बाद अंतिम संस्कार
स्वराज राणा के निधन की सूचना मिलने पर एसडीएम गोपाल राम बिनवाल, तहसीलदार शालिनी मौर्य, विधायक मोहम्मद शहजाद, बाजार चौकी प्रभारी नीरज रावत ने उनके आवास पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। गार्ड आफ आनर के बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष जगदेव सिंह, डा. उमादत्त शर्मा, सुंदरलाल नामदेव, संजीव कुमार नीटू, राजीव भगत, कुलदीप मोनू वाल्मीकि, राजेंद्रनाथ मेहंदीरत्ता, ओमकार मेहंदीरत्ता, राकेश रिंकू, कमलकांत, सुरेंद्र, बाबूराम वर्मा, डा. राजेंद्र वर्मा आदि मौजूद रहे।