मर्म ¨बदुओं को उपचारित करने की क्रिया मर्म चिकित्सा पद्धति

संवाद सहयोगी, हरिद्वार : मृत्युंजय मिशन एवं वैदिक आयुर्विज्ञान प्रतिष्ठान के तत्वावधान में आयोजित अं

By JagranEdited By: Publish:Thu, 27 Apr 2017 08:45 PM (IST) Updated:Thu, 27 Apr 2017 08:45 PM (IST)
मर्म ¨बदुओं को उपचारित करने की क्रिया मर्म चिकित्सा पद्धति
मर्म ¨बदुओं को उपचारित करने की क्रिया मर्म चिकित्सा पद्धति

संवाद सहयोगी, हरिद्वार : मृत्युंजय मिशन एवं वैदिक आयुर्विज्ञान प्रतिष्ठान के तत्वावधान में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय मर्म विज्ञान एवं मर्म चिकित्सा प्रशिक्षण कार्यशाला का गैंडीखाता स्थित प्रशिक्षण केंद्र में समापन हुआ। इस मौके पर कार्यशाला संयोजक डॉ. सुनील जोशी ने कहा कि मर्म चिकित्सा का वैज्ञानिक आधार है। यह चिकित्सा पद्धति मानव शरीर में स्थित मर्म ¨बदुओं को उपचारित करने की क्रिया पर आधारित है जिसके परिणाम चौंकाने वाले होते हैं।

इस मौके पर हरियाणा के रेवाड़ी शहर की चिकित्सक बीएएमएस डॉ. शालू कहा कि दुर्घटनावश उनके शरीर का निचला हिस्सा रोगग्रस्त हो गया था। व्हील चेयर पर ही अपने दैनिक काम निपटाती थी, लेकिन इस मर्म चिकित्सा शिविर में आकर जहां उनके रोगग्रस्त अंगों में ऊर्जा का संचार हुआ है, वहीं उन्हें ये उम्मीद भी जगी है कि वह पुन: अपने पैरों पर खड़ी हो पाएंगी। लखनऊ से आई डॉ. निधि शुक्ला जो लंबे समय से गर्दन और हाथ के दर्द से परेशान थी उन्होंने भी मर्म चिकित्सा कार्यशाला को उपयोगी बताया। इसी प्रकार कार्यशाला के समापन अवसर पर गुजरात से आए हरीश त्रिवेदी, मुकुंद पांडे, रंजना प्रकाश सहित प्रतिभागियों ने आदि ने भी अनुभव बांटे। इस मौके पर एसएमजेएन डिग्री कॉलेज के ¨हदी विभागाध्यक्ष प्रो. अशोक मिश्रा, मेट्रो रेलवे इंस्टीट्यूट के पूर्व निदेशक ज्ञान प्रकाश, पीएनबी बैंक के ब्रांच मैनेजर तथा गुरूकुल कांगड़ी आयुर्वेदिक कॉलेज के डॉ. प्रेम चंद शास्त्री ने प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित किए। इस अवसर पर मयंक जोशी, डॉ. मृदुल जोशी, शत्रुघ्न डबराल, संजय वर्मा, प्रमोद मित्तल, डॉ. विपिन, डॉ. प्रमेंद्र आदि उपस्थित थे।

chat bot
आपका साथी