चौखट पर कूड़ा, अफसर बेखबर
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: स्वच्छ भारत मिशन को लेकर नगर निगम संजीदा नहीं है। मेयर कार्यालय समेत सरका
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: स्वच्छ भारत मिशन को लेकर नगर निगम संजीदा नहीं है। मेयर कार्यालय समेत सरकारी अस्पतालों के बाहर गंदगी के ढेर लगे होने से दुर्गंध उठ रही है। कूड़ेदान तक आधा साफ हो रहे हैं। इससे कूड़ेदान में कूड़ा-करकट सड़ता रहता है। गंदगी में मक्खी मच्छर पनपने से चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मचारियों को बीमार होने का डर सता रहा है। शिकायत के बाद भी नगर निगम नहीं चेत रहा है।
साफ-सफाई की जिम्मेदारी संभालने वाला नगर निगम गंभीर नहीं दिख रहा है। महिला चिकित्सालय व मेयर कार्यालय के बाहर ही गंदगी का ढेर लगा है। नालियां अतिक्रमण के कारण चोक हैं। मेयर कार्यालय के बाहर रखा कूड़ेदान आधा ही साफ होता है। कूड़ा-करकट सड़ने के कारण बदबू उठती है, जिससे लोगों को दुर्गंध झेलने को मजबूर होना पड़ता है। मुख्य नगर अधिकारी विप्रा त्रिवेदी ने बताया कि लोग कूड़ेदान घरों के बाहर रखने पर विरोध करते हैं, जिस कारण कूड़ेदान को रखना चुनौती से कम नहीं है। कूड़ेदान नियमित रूप से साफ होना चाहिए। इस संबध में निर्देश दिए हैं।
टीबी अस्पताल व ब्लड बैंक के बाहर कूड़े के ढेर
मेला अस्पताल के समीप बने टीबी अस्पताल के बाहर भी गंदगी फैली रहती है। मुख्य द्वार पर ही गंदगी होने से मरीजों को दुर्गंध का सामना करना पड़ता है। क्षेत्रवासी कूड़ा अस्पताल के बाहर ही डाल रहे हैं, जो कई कई दिन तक नहीं उठता है। इसमें मक्खी-मच्छर पनप रहे हैं। नगर निगम कर्मचारी साफ-सफाई नहीं कर रहे हैं।
अतिक्रमण से नाली चोक
महिला चिकित्सालय के मुख्य द्वार ही अतिक्रमण है। चाय, फास्ट फूड की दुकान लगी है। दुकानों की गंदगी नालियों में फेंकी जाती है, जिसके चलते नालियां चोक हो जाती हैं। बरसात होने पर नालियों से निकासी नहीं हो पाती है, जिसके चलते चिकित्सालय के मुख्य द्वार पर ही पानी जमा हो जाता है। ऐसे में चिकित्सालय में प्रवेश करना मुश्किल हो जाता है।