त्रिवेणी घाट पर गंगा की धारा में लगाया गया कूड़ा नियंत्रक यंत्र ट्रेश बूम

स्पर्श गंगा टीम की ओर से स्थापना दिवस पर त्रिवेणी घाट में गंगा की धारा में कूड़ा नियंत्रक यंत्र ट्रेस बूम लगाया गया है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Mon, 17 Dec 2018 10:11 AM (IST) Updated:Mon, 17 Dec 2018 07:53 PM (IST)
त्रिवेणी घाट पर गंगा की धारा में लगाया गया कूड़ा नियंत्रक यंत्र ट्रेश बूम
त्रिवेणी घाट पर गंगा की धारा में लगाया गया कूड़ा नियंत्रक यंत्र ट्रेश बूम

ऋषिकेश, जेएनएन। ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट पर अब गंगा में कूड़ा नहीं दिखेगा। इसके लिए स्पर्श गंगा अभियान के तहत यहां कूड़ा नियंत्रक सयंत्र ट्रेश लगाया गया है। गंगा में बहकर आने वाली गंदगी इस सयंत्र में फंस जाएगी।

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने स्पर्श गंगा अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान के स्थापना दिवस पर सोमवार को त्रिवेणी घाट पर एक समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्पर्श गंगा टीम की ओर से त्रिवेणी घाट पर यह सयंत्र स्थापित किया गया। सयंत्र का शुभारंभ ऋषिकेश की महापौर अनीता ममगाईं ने किया।

स्पर्श गंगा अभियान के गढ़वाल संयोजक एसएस भंडारी ने बताया कि सोमवार को स्पर्श गंगा अभियान का स्थापना दिवस है। इस अवसर पर गंगा की निर्मलता और स्वच्छता को बनाए रखने के लिए योजना तैयार की गई है। इसके तहत ट्रेश बूम सयंत्र स्थापित किया गया है। सयंत्र का निर्माण पश्चिम बंगाल की एक कंपनी ने किया है। उन्होंने कहा कि गंगा में  बह कर आने वाला कचरा इसमें एकत्र हो जाएगा।

कंपनी के साइट इंजीनियर शुभम नेगी ने बताया कि ट्रेश बूम उपकरण पांच मीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से आने वाले  जल के दबाव को सहन कर सकता है। नदी में बहने वाली गंदगी जैसे कपड़े, फूल, पत्थर, पूजन सामग्री कीचड़, लकड़ी इस संयंत्र में फंस जाएगी। उसके बाद इस सामग्री को आसानी से हटाया जा सकेगा।

यह भी पढ़ें: अब उत्तराखंड की सभी नदियों और झीलों की होगी मॉनीटरिंग, अगले साल तक तस्वीर होगी 

यह भी पढ़ें: वन संपदा को नुकसान पर सड़क निर्माण एजेंसी पर दो लाख का जुर्माना

chat bot
आपका साथी