Top Dehradun News of the day, 12th October 2019, बीएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट पर दुष्कर्म का मुकदमा, भालू के हमले में वृद्ध घायल, स्कूल और कॉलेजों में ईएसआइसी पंजीयन जरूरी
दून में तीन खबरें चर्चा में रहीं। बीएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट पर दुष्कर्म का मुकदमा भालू के हमले में वृद्ध घायल और स्कूल और कॉलेजों में ईएसआइसी पंजीयन जरूरी।
देहरादून, जेएनएन। देहरादून में शनिवार को तीन खबरें चर्चा में रहीं। पहली, दिल्ली निवासी शिक्षिका ने थाना मुनिकीरेती में दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए हरियाणा निवासी बीएसएफ के असिस्टेंड अनुभव आत्रे पर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं, यमकेश्वर ब्लॉक के भादसी गांव में पशुओं को चुगाने खेत में गए लाखन सिंह (65 वर्ष) पुत्र स्व. गुलाब सिंह पर गुलदार ने हमला कर दिया, जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गए। इधर, प्रदेश के स्कूल, कॉलेज, मेडिकल कॉलेज कर्मचारी राज्य बीमा निगम में पंजीयन कराने से छूट नहीं पाएंगे।
बीएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट पर दुष्कर्म का मुकदमा
दिल्ली निवासी शिक्षिका ने थाना मुनिकीरेती में दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए हरियाणा निवासी बीएसएफ के असिस्टेंड अनुभव आत्रे पर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। महिला के मुताबिक अनुभव आत्रे से उनकी मुलाकात बारामुला जम्मू-कश्मीर में हुई थी। महिला वहां पढ़ाती थी। उसके बाद आत्रे उन्हें घुमाने के बहाने रुद्रप्रयाग लाया। त्रिजुगीनारायण मंदिर में उसके साथ शादी का नाटक किया। इस साल आठ मई को मुनिकीरेती तपोवन स्थित एक होटल में उसके साथ दुष्कर्म किया और दिल्ली जाकर शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण करता रहा। थाना प्रभारी निरीक्षक आरके सकलानी के मुताबिक संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई है।
भालू के हमले में वृद्ध घायल
यमकेश्वर ब्लॉक में नीलकंठ के पास भादसी गांव निवसी लाखन सिंह (65 वर्ष) पुत्र स्व. गुलाब सिंह शनिवार को पशुओं को चुगाने के लिए खेतों में गए हुए थे। दोपहर करीब एक बजे भालू ने अचानक लाखन सिंह पर हमला कर दिया, जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गए। लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और लाठी लेकर भालू से संघर्ष कर उसे जंगल की ओर खदेड़ दिया। शोर सुनकर अन्य ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने बताया कि भालू के साथ दो बच्चे भी थे। वहीं, मौके पर पहुंचे तोली के पूर्व ग्राम प्रधान रविंद्र नेगी ने भालू के हमले में घायल लाखन सिंह को अपने वाहन से नीलकंठ तक पंहुचाया। जहां से 108 सेवा की मदद से उन्हें एम्स ऋषिकेश पंहुचाया गया। सूचना मिलते ही वन क्षेत्राधिकारी दिनेश उनियाल अस्पताल पहुंचे और घायल को 15 हजार रुपये की आर्थिक मदद दिलाई।
स्कूल और कॉलेजों में ईएसआइसी पंजीयन जरूरी
प्रदेश के स्कूल, कॉलेज, मेडिकल कॉलेज कर्मचारी राज्य बीमा निगम में पंजीयन कराने से छूट नहीं पाएंगे। पंजीकरण नहीं कराने पर इनको राज्य सरकार अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं देगी। कर्मचारी राज्य बीमा निगम की क्षेत्रीय बैठक में इस प्रस्ताव पर मुहर लगी है।