विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम में नही होगा पावर कट, सब स्टेशन बनाने की तैयारी

विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम और उसके आसपास के क्षेत्र में पावर कट और लो-वोल्टेज की समस्या आने वाले समय खत्म हो जाएगी। इसके लिए पिटकुल धाम के निकट सब स्टेशन बनाएगा।

By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Publish:Mon, 15 Jun 2020 01:12 PM (IST) Updated:Mon, 15 Jun 2020 01:12 PM (IST)
विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम में नही होगा पावर कट, सब स्टेशन बनाने की तैयारी
विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम में नही होगा पावर कट, सब स्टेशन बनाने की तैयारी

देहरादून, संतोष तिवारी। विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम और उसके आसपास के क्षेत्र में पावर कट और लो-वोल्टेज की समस्या आने वाले समय खत्म हो जाएगी। इसके लिए पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन लिमिटेड (पिटकुल) धाम से कुछ किलोमीटर की दूरी ओर 220 केवी का सब स्टेशन स्थापित करने जा रहा है। पिटकुल अधिकारियों की माने तो यह काम अगले दो से तीन साल की भीतर पूरा कर लिया जाएगा।

हाल ही में पिटकुल ने मंदाकिनी नदी घाटी में निर्माणाधीन जल विद्युत परियोजनाओं से उत्पादित ऊर्जा की निकासी के लिए हाईटेंशन विद्युत पारेषण लाइन ब्रह्मवाड़ी (रुद्रपुर)-श्रीनगर का निर्माण पूरा किया है। उत्तराखंड समेकित पारेषण परियोजना (यूआईटीपी) के तहत बनी इस पारेषण लाइन की लंबाई 150 सर्किट किलोमीटर है।

इस लाइन से निर्माणाधीन 99 मेगावाट की सिंगोली भटवारी जल विद्युत परियोजना, 76 मेगावाट फाटाव्योंग जल विद्युत परियोजना के साथ-साथ उत्तराखंड जल विद्युत निगम की 15 मेगावाट की मद्यमहेश्वर, चार मेगावाट की काली गंगा-प्रथम तथा 4.5 मेगावाट की काली गंगा-द्वितीय लघु जल विद्युत परियोजनाओं से उत्पादित विद्युत ऊर्जा की निकासी कर ग्रिड तक पहुंचाया जाएगा। 

इसी के साथ ही 220 केवी विद्युत उपकेंद्र का भी रुद्रपुर (गुप्तकाशी) में किया जाएगा। जिससे देश के पवित्र तीर्थधाम केदारनाथ की विद्युत आपूर्ति के साथ-साथ रुद्रप्रयाग के अन्य क्षेत्रों में निर्बाध विद्युत आपूर्ति  सुनिश्चित की जा सकेगी।

अभी श्रीनगर से होती है आपूर्ति 

केदारनाथ के आसपास के इलाकों में अभी श्रीनगर से गई लाइन से विद्युत आपूर्ति होती है। इसके लिए 66 केवी का सब स्टेशन स्थापित है। लेकिन इन दोनों स्थानों के बीच की दूरी करीब 66 किलोमीटर है। ऐसे में लाइन लॉस और टिपिंग की समस्या बनी रहती है। गुप्तकाशी में सब स्टेशन बन जाने के बाद यह दूरी घट कर आधे से भी कम हो जाएगी। जिससे यहां निर्बाध विद्युत आपूर्ति के साथ लो-वोल्टेज की भी समस्या से भी काफी हद तक निजात मिल जाएगी।

सब स्टेशल के लिए जगह चिह्नित 

पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन लिमिटेड के प्रवक्ता नीरज पाठक के अनुसार, केदारनाथ धाम और उनके आसपास के क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए गुप्तकाशी में सब स्टेशन स्थापित किया जाएगा। जगह चिह्नित कर ली गई है। जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।

दो हिस्सों में बंटेगा इंजीनियर्स एन्क्लेव फीडर

देहरादून के जीएमएस रोड स्थित फीडर को जल्द ही दो हिस्सों में बांट दिया जाएगा। इसकी रूपरेखा तैयार कर ली जाएगी। इससे इलाके के करीब छह हजार घरों को लो-वोल्टेज की समस्या से निजात तो मिल ही जाएगी, वहीं लोड कम होने से लोकल फाल्ट भी कम होंगे। 

जीएमएस रोड पर इंजीनियर्य एन्क्लेव स्थित फीडर से कमला पैलेस से लेकर बल्लीवाला चौक के तक के बड़े हिस्से को विद्युत आपूर्ति होती है। इसी फीडर से इंजीनियर्स एन्क्लेव के अंदरूनी हिस्से से होते हुए इंद्रानगर पुलिस चौकी तक और मंडी की ओर इंद्रापुरम कॉलोनी में विद्युत आपूर्ति होती है। 

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इतने बड़े इलाके का फीडर से जुड़ा होने के चलते यहां अक्सर लोकल फाल्ट होते रहते हैं। वहीं, लो-वोल्टेज की समस्या से भी लोग अक्सर जूझते हैं। अधिशासी अभियंता टाउन शैलेंद्र सिंह ने बताया कि इंजीनियर्स एन्क्लेव फीडर पर लोड कम करने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए फीडर को दो हिस्सों में बांटा जाएगा। दूसरा फीडर भी उसी कैंपस में बनेगा। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। जुलाई से इस पर काम शुरू हो जाएगा।

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