एम्स प्रशासन ने माना पूर्व केंद्रीय मंत्री बची सिंह रावत थे कोरोना संक्रमित, स्वजनों को सौंपा पार्थिव शरीर
पूर्व केंद्रीय मंत्री व भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बची सिंह रावत की कोरोना रिपोर्ट को लेकर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश प्रशासन ने स्थिति स्पष्ट कर दी है। एम्स प्रशासन के मुताबिक बची सिंह रावत कोरोना संक्रमित थे।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। पूर्व केंद्रीय मंत्री व भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बची सिंह रावत की कोरोना रिपोर्ट को लेकर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश प्रशासन ने स्थिति स्पष्ट कर दी है। एम्स प्रशासन के मुताबिक बची सिंह रावत कोरोना संक्रमित थे। कोविड गाइडलाइन के मुताबिक उनका पार्थिव शरीर उनके स्वजन को सौंपा गया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता बची सिंह रावत को बीती शुक्रवार शाम हल्द्वानी से एम्स ऋषिकेश लाया गया था। उनके फेफड़ों में संक्रमण की शिकायत थी। यहां भर्ती करने के बाद उनका आरटी पीसीआर सैंपल कोरोना जांच के लिए भेजा गया था। जिसमें उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। रविवार की रात उनका निधन हो गया था। जिसके बाद पार्थिव शरीर से आरटी पीसीआर जांच के लिए सैंपल लिया गया। जिसकी रिपोर्ट रविवार सुबह निगेटिव आई थी। एक दिन के भीतर एक ही व्यक्ति की दो रिपोर्ट को लेकर जो संशय था उसे एम्स प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है। एम्स के निदेशक प्रो. रविकांत ने बताया कि पार्थिव शरीर से सैंपल लिया गया था। मृत्यु के पश्चात मांसपेशियां सिकुड़ जाती है। जिस कारण गले से सैंपल लिया जाना संभव नहीं होता। यही कारण रहा कि उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट को लेकर तमाम तकनीकी पहलू की जांच की गई। एम्स रिकॉर्ड के मुताबिक बची ङ्क्षसह रावत कोरोना संक्रमित थे। उनके पार्थिव शरीर को यहां से रवाना करने से पूर्व संबंधित गाइडलाइन का पालन करने के बाद ही पार्थिव शरीर उनके स्वजन को सौंपा गया।
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