पूर्व डीजीपी बीएस सिद्धू के बेटे से साइबर ठगी करने वाला कोलकाता से गिरफ्तार, ओएलएक्स पर विज्ञापन डालकर की ठगी

उत्तराखंड के पूर्व पुलिस महानिदेशक बीएस सिद्धू के पुत्र रोमिल सिंह सिद्धू निवासी सहस्रधारा रोड ने सात सितंबर को राजपुर थाने में तहरीर दी थी। इसमें उन्होंने बताया कि आनलाइन विज्ञापन वेबसाइट ओएलएक्स पर सोनी कंपनी के गेमिंग कंसोल प्ले स्टेशन (पीएस)-5 का विज्ञापन देखा था।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Sun, 02 Oct 2022 10:26 PM (IST) Updated:Sun, 02 Oct 2022 10:26 PM (IST)
पूर्व डीजीपी बीएस सिद्धू के बेटे से साइबर ठगी करने वाला कोलकाता से गिरफ्तार, ओएलएक्स पर विज्ञापन डालकर की ठगी
डालनवाला कोतवाली पुलिस ने आरोपित को कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया है।

जागरण संवाददाता, देहरादून: राज्य में साइबर ठगी के मामले थम नहीं रहे हैं। कुछ दिन पहले एक साइबर ठग ने उत्तराखंड के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के पुत्र से 53 हजार रुपये की धोखाधड़ी कर दी। आरोपित ने एक आनलाइन विज्ञापन वेबसाइट पर गेमिंग डिवाइस की बिक्री का विज्ञापन डाला था। पीड़ित को डिवाइस बेचने के नाम पर आरोपित ने अलग-अलग किस्तों में धनराशि जमा कराई और बाद में डिवाइस देने से मुकर गया। डालनवाला कोतवाली पुलिस ने आरोपित को कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया है।

आरोपित ने अपने बैंक खाते में 53 हजार रुपये जमा कराए

उत्तराखंड के पूर्व पुलिस महानिदेशक बीएस सिद्धू के पुत्र रोमिल सिंह सिद्धू निवासी सहस्रधारा रोड ने सात सितंबर को राजपुर थाने में तहरीर दी थी। इसमें उन्होंने बताया कि आनलाइन विज्ञापन वेबसाइट ओएलएक्स पर सोनी कंपनी के गेमिंग कंसोल प्ले स्टेशन (पीएस)-5 का विज्ञापन देखा था। इसे खरीदने के लिए उन्होंने विज्ञापन में दिए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया, जिस व्यक्ति से बात हुई उसने अपना नाम गोविंद बताया। आरोपित ने रोमिल से विभिन्न किस्तों में अपने बैंक खाते में 53 हजार रुपये जमा करा लिए, मगर गेमिंग कंसोल नहीं भेजा। इस मामले में राजपुर थाने में मुकदमा दर्ज कर विवेचना डालनवाला कोतवाली के इंस्पेक्टर एनके भट्ट को सौंपी गई थी।

मूल रूप से ब‍िहार का है आरोप‍ित

इंस्पेक्टर भट्ट ने बताया कि जिस मोबाइल नंबर पर रोमिल की आरोपित से बात हुई थी, उसकी लोकेशन कोलकाता (बंगाल) में पाई गई। पुलिस की एक टीम कोलकाता भेजी गई। वहां 28 सितंबर को माखला सिमपाड़ा हुगली क्षेत्र से आरोपित मोहित गौतम मूल निवासी सोनपुर, जिला छपरा (बिहार) को गिरफ्तार कर लिया। वर्तमान में आरोपित कोलकाता में इसी क्षेत्र में रह रहा था। उसके पास घटना में इस्तेमाल किया गया मोबाइल, फर्जी आइडी व फर्जी आधार कार्ड मिला है। पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर रविवार को देहरादून लेकर आई।

अध्यापिका से 4.17 लाख की साइबर ठगी

प्रेमनगर के श्यामपुर में रहने वाली पारुल सरकार अध्यापिका हैं। 10 जून 2022 को उन्होंने एक शापिंग साइट पर आइफोन मोबाइल आर्डर किया था। कंपनी ने आइफोन की खरीद पर 600 रुपये का सामान मुफ्त देने का आफर दिया था। तय तिथि पर मोबाइल पारुल के पास नहीं पहुंचा तो उन्होंने शापिंग साइट में दिए मोबाइल पर नंबर पर फोन किया। जिस शख्स से बात हुई उसने उन्हें झांसे में लेकर मोबाइल के लिए चार लाख 17 हजार रुपये हड़प लिए। इस मामले में प्रेमनगर थाना पुलिस ने अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया है।

मैसेज में आया अज्ञात लिंक खोला, दो लाख की चपत

आइटीबीपी के सीमाद्वार (वसंत विहार) स्थित क्षेत्रीय मुख्यालय में तैनात जवान मोहम्मद नईम ने बताया कि 24 सितंबर को उनके मोबाइल पर अज्ञात नंबर से एक लिंक आया था। उसे खोलने पर योनो एसबीआइ एप का पेज खुल गया। इस पेज पर उन्होंने अपने बैंक खाते की जानकारी भर दी। इसके बाद उनके मोबाइल पर एक ओटीपी आया, जिसे पेज पर भरने से उनके खाते से दो लाख रुपये निकल गए। इस मामले में वसंत विहार थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।

मर्चेंट नेवी के अफसर से साढ़े तीन लाख ठगे

मर्चेंट नेवी में अफसर हेमंत सिंह निवासी राजपुर रोड ने बताया कि वह विद्यार्थियों को जहाज पर ले जाने में मदद करते हैं। वह अपने परिचित को जहाज पर भेजना चाहते थे। इसके लिए डीआरके मरिन नामक व्यक्ति से संपर्क किया, क्योंकि मरिन ने इस संबंध में फेसबुक पर विज्ञापन पोस्ट किया ता। उसने पीड़ित के परिचित को जहाज पर भेजने का झांसा देकर तीन लाख 40 हजार रुपये ले लिए। साथ ही अपने एक एजेंट का नंबर दिया। आरोप है कि कुछ समय बाद एजेंट और डीआरके दोनों ने अपने नंबर बंद कर लिए। डालनवाला कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर नंद किशोर भट्ट ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।

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